नई दिल्ली/पलवल: नवीन एवं नवीनकरणीय ऊर्जा विभाग की तरफ से गौशालाओं, संस्थाओं और डेयरियों में संस्थागत बायोगैस प्लांट लगाने के लिए केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार द्वारा अनुदान प्रदान किया जा रहा है.
बायोगैस प्लांट लगाने के लिए सरकार दे रही है 40 फीसदी सब्सिडी, देखें वीडियो जिला परियोजना अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने और बायो खेती के लिए ऑर्गेनिक खाद तैयार करने के लिए बायोगैस प्लांट सहायक सिद्ध होगा. इस गैस का प्रयोग खाना बनाने, घरेलू बिजली उत्पादन के लिए लाया जा सकता है. इस संबंध में गौशाला और डेयरी प्रबंधकों के साथ अधिकारियों की एक बैठक भी आयोजित की गई है. गौशालाओं में बायोगैस प्लांट लगाने के लिए गौशाला प्रबंधकों जागरूक किया जा रहा है.
जानें सब्सिडी का गणित
- सरकार द्वारा बायोगैस प्लांट पर 40 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है.
- 25 क्यूबिक मीटर से लेकर 85 क्यूबिक मीटर का प्लांट लगवाने के लिए सरकार द्वारा सब्सिडी प्रदान की जा रही है.
- 25 क्यूबिक मीटर का प्लांट लगवाने के लिए 72 से 80 पशुओं से प्राप्त गोबर की आवश्यकता होती है. जिसके निर्माण पर 3 लाख 18 हजार रुपये की लागत के आसपास है जिसमें 1 लाख 27 हजार रुपये की सब्सिडी प्रदान की जा रही है.
- 35 क्यूबिक मीटर का प्लांट लगाने के लिए 100 पशुओं से लेकर 110 पशुओं से प्राप्त गोबर की आवश्यकता होती है. जिसके निर्माण पर 5 लाख 5 हजार रुपये की लागत आती है. जिसपर 2 लाख 2 हजार रुपये की सब्सिडी प्रदान की जा रही है.
- 45 क्यूबिक मीटर के प्लांट के लिए 125 से 140 पशुओं की आवश्यकता होती है जिसके निर्माण पर 5 लाख 97 हजार रुपये खर्च होगें. सरकार द्वारा इस पर 2 लाख 38 हजार 800 रुपये सब्सिडी प्रदान की जा रही है.
- 60 क्यूबिक मीटर का प्लांट लगाने पर 3 लाख 2 हजार 420 सब्सिडी प्रदान की जा रही है. इसी प्रकार 85 क्यूबिक मीटर का प्लांट लगाने के लिए 250 से 270 पशुओं से प्राप्त गोबर की आवश्यकता होती है. जिसपर 3 लाख 95 हजार 600 रुपये का अनुदान दिया जा रहा है.
गांव मरौली के सरपंच अशोक कुमार ने बताया कि गांव की गौशाला में बायोगैस प्लांट लगाने के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया गया है. जिसे प्रदेश सरकार ने मंजूरी प्रदान कर दी है.