नई दिल्ली/गाजियाबाद:कोरोना महामारी (corona pandemic) की दस्तक के बाद से ही पुलिस कर्मियों की चुनौतियां हालातों के हिसाब से बदलती रही है. जहां लॉकडाउन में पुलिस लोगों से नियमों की अपील करती दिखी. वहीं पुलिस ने मानवीय सेवा (social work of police) को लेकर एक मौका भी नहीं गंवाया. इसी बीच महिला पुलिसकर्मियों (Women policemen) के लिए चुनौती अलग स्तर पर थी.
ऐसे में महिला पुलिसकर्मियों (lady police) ने कोरोना काल में परिवार से दूर रहकर जनता की सेवा कर कर्तव्य और जिम्मेदारी का अनूठा परिचय दिया. आइए आपको मिलवाते हैं कुछ ऐसी ही महिला पुलिसकर्मियों (lady police) से जो कोरोना काल के दौरान लेडी सिंघम की तरह जमीन पर टिकी हैं.
बच्चों से सिर्फ वीडियो कॉल पर करती हैं बात
गाजियाबाद (ghaziabad) में सेक्टर-3 पुलिस चौकी पर तैनात महिला पुलिसकर्मी प्रीति बताती हैं कि कोरोना काल में खाकी वर्दी और समाज के प्रति कर्तव्य निभाने के लिए परिवार से काफी दूर होना पड़ा. यहां तक की संक्रमण के डर से अपने बच्चों से मिलने में डर लगता है, इसलिए हफ्ते में एक या दो बार ही अपने बच्चों से मिल पाती हूं.
उन्होंने कहा कि वह बच्चों की सुरक्षा के लिए उनसे वीडियो कॉल पर ही बात करती है.
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3 साल के बेटे से नहीं मिल पाना देता है तकलीफ