गाजियाबाद: गाजियाबाद में उस्मान नाम का एक शातिर रहता है. शातिर इसलिए कह रहे हैं कि वाे भाेले भाले युवक काे टारगेट कर फंसाता और ब्लैकमेलिंग (blackmailing) करता. उसके इस काम में साझेदार थी एक महिला. पुलिस ने इन दाेनाें काे गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने जाे बताया वाे कहानी कुछ इस तरह है.
दरअसल उस्मान ऐसे शरीफ लोगों की रैकी करता था जाे बदनामी के डर से आसानी से पैसे दे दे. इसी कड़ी में उसने हाल ही में लोनी के एक युवक को चिह्नित किया. उसे टारगेट बनाया. पुलिस के मुताबिक कुछ दिन पहले अपनी महिला साथी को एक युवक के घर भेजा. महिला ने दरवाजा खटखटा कर युवक से मकान किराए पर दिलवाने का आग्रह किया. इस बीच थोड़ी देर में महिला उस युवक के घर के भीतर चली गई.
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प्लान के मुताबिक घर में प्रवेश करने के साथ ही महिला उस युवक पर रेप करने का आरोप लगाने लगी. इसके बाद महिला वहां से वापस आ गई. बाद में महिला के साथी उस्मान ने युवक को फोन किया और 50 हजार रुपये की मांग की. रुपए नहीं देने पर रेप का मुकदमा दर्ज (fake rape case) करवाने की धमकी दी. यहां युवक ने धैर्य से काम लिया. ब्लैकमेलिंग के झांसे में नहीं आया. दबाव बनाने के बाद भी जब युवक ने पैसे नहीं दिये ताे उस्मान और उसकी महिला साथी ने थाने में रेप का मुकदमा दर्ज (rape case) करने के लिए तहरीर दी.
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इनदाेनाें काे पता ही नहीं था तब तक युवक ने सूझबूझ का परिचय देते हुए मामले से पुलिस काे अवगत करा दिया था. जांच में पुलिस काे पता चला कि महिला और उस्मान रेप का झूठा (fake rape case) आरोप लगा रहे हैं. पुलिस को यह भी पता चला कि उस्मान पहले भी इस तरह से लोगों को ब्लैकमेल (blackmailing) कर चुका है. लिहाजा पुलिस ने उस्मान और उसकी महिला साथी को गिरफ्तार कर लिया. दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है.