नई दिल्ली/गाजियाबाद:विजयनगर जाने के लिए गोशाला अंडरपास का इस्तेमाल करना पड़ता है लेकिन सुबह से हो रही बारिश की वजह से गौशाला अंडरपास उफान लेते हुए तालाब में तब्दील हो गया है. वाहनों की आवाजाही के साथ-साथ यहां से पैदल आवाजाही भी बंद हो गई है. हर बार गोशाला अंडरपास का यही हाल होता है लेकिन नगर निगम की नींद नहीं टूटती है.
जलभराव के बाद यहां पर कुछ स्थानीय बच्चे तालाब में बदले अंडरपास में तैरते हुए नजर आए. इन बच्चों को रोकने वाला कोई नहीं है, जिससे यहां बड़ा हादसा भी हो सकता है. कोरोना काल में भी यह लापरवाही काफी भारी पड़ सकती है. बच्चों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग गंदे पानी के बीच हो पाना नामुमकिन है. सवाल यह है कि प्रशासन और नगर निगम कहां सो रहा है.
फाटक की दीवार हो रही कमजोर
जिस तरह से फाटक के नीचे अंडरपास में जलभराव होता है. उससे फाटक के नीचे वाली दीवार का हिस्सा भी कमजोर हो सकता है. यहां पर सीलन की वजह से बदबू और गंदगी कई दिनों बाद तक बनी रहती है. इसके अलावा इलाके में इस तरह का तालाब बनने से घरों की नींव को भी खतरा पैदा हो रहा है. सवाल यह है कि क्या नगर निगम या प्रशासन को किसी बड़े हादसे का इंतजार है.