नई दिल्ली: मुरादनगर श्मशान घाट हादसे को 2 सप्ताह से भी अधिक समय बीत चुका है. अब भी हादसे में घायल हुए कुछ लोग ऐसे हैं, जिनको न ही प्रशासन की ओर से मुफ्त इलाज मिल पाया है और न ही कोई मुआवजा. इसकी वजह से उनको आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. प्रशासन द्वारा सहायता न मिलने से नाराज परिजनों ने धरना देने की चेतावनी दी है. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने घायल के परिजनों से बात की.
श्मशान घाट हादसे में घायल लोगों को नहीं मिली मदद श्मशान घाट हादसे में घायल हुए फिक्कर सिंह ने बताया-
मैं शुरुआत से ही उधार लेकर अपना इलाज करा रहा हूं. प्रशासन की ओर से डॉक्टर की टीम मुझे देखने आती है, लेकिन दवाई और इलाज का खर्च मैं खुद उठा रहा हूं. अभी तक सरकार की ओर से किसी भी प्रकार की सहायता नहीं मिली है.
घायल फिक्कर सिंह की पत्नी ने बताया कि घर में दूसरा कोई कमाने वाला नहीं है. उनको चार बच्चों का गुजारा करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसीलिए वे सरकार से मदद की गुहार लगा रही हैं.
वहीं घायल के पड़ोसियों ने बताया कि अभी तक पीड़ित परिवार को किसी भी प्रकार की सहायता या सुविधा नहीं मिली है. इसके लिए वे एसडीएम कार्यालय पर धरना देंगे.