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शहीद जवान अमरीश त्यागी के नाम पर होगी हिसाली गांव की सड़क, केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने दिया आश्वासन - शहीद के नाम पर होगी हिसाली गांव की सड़क

केंद्रीय मंत्री वी के सिंह गुरुवार को मुरादनगर के हिसाली गांव पहुंचे, जहां उन्होंने उत्तराखंड में शहीद हुये जवान अमरीश को श्रद्धांजलि दी. इसके साथ ही गांव की सड़क का नाम अमरीश त्यागी के नाम पर रखने का आश्वासन दिया.

Union Minister VK Singh
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह

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Published : Sep 30, 2021, 7:41 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद :केंद्रीय मंत्री और गाजियाबाद से सांसद वी के सिंह गुरुवार को मुरादनगर के हिसाली गांव में शहीद अमरीश त्यागी के आवास पर पहुंचे. यहां उन्होंने शहीद के परिजनों को सांत्वना दी और गांव की सड़क का नाम शहीद के नाम पर रखने का आश्वासन दिया.

शहीद के परिवार से मिलने पहुंचे केंद्रीय मंत्री वी के सिंह

शहीद जवान अमरीश त्यागी की सियाचिन में झंडा फहराकर लौटते वक्त उत्तराखंड की पहाड़ियों में गिरकर मौत हो गई थी. उस समय उनके साथियों के शव तो बरामद कर लिये गये थे, लेकिन अमरीश का शव नहीं मिल पाया था. अब करीब 16 साल बाद 23 सितंबर 2021 को उनका शव सेना को मिला, जिसके बाद मंगलवार को उनके गृहग्राम हसाली में पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया था. अंतिम यात्रा के दौरान भी भारी संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ा था. वहीं नेताओं का आना भी लगातार जारी है.

16 साल बाद शहीद जवान को सैन्य सम्मान के साथ दी विदाई, अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब

इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री वीके सिंह भी शहीद के गांव पहुंचे, जहां शहीद के परिजनों ने केंद्रीय मंत्री से हिसाली से असालतनगर हनुमान मंदिर बम्बे की पटरी का नाम शहीद अमरीश त्यागी के नाम पर रखने की मांग की. जिस पर केंद्रीय मंत्री और सांसद वीके सिंह ने उनकी मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया है. वीके सिंह का कहना है कि शहीद जवान अमरीश त्यागी का शव मिलने के बाद परिजनों के मन में हादसे को लेकर जो शंका थी वह दूर हो गई है. परिजनों को भी अब स्पष्ट हो गया है कि अमरीश त्यागी अब इस दुनिया में नहीं रहे क्योंकि भारतीय सेना में कई ऐसे किस्से हुए हैं कि शव कई सालों बाद मिलते हैं. मैं तो यही कहना चाहूंगा कि जिसको बिना देखे सब याद करते थे. उसका अब शव घर आया, जिसका विधि-विधान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. बाकी शहीद तो शहीद होता है उसका जितना सम्मान किया जाए कम है.

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