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बोले किसान, दबाव में सरकार ने ट्रेनों को स्टेशन पर आने से रोका - रेलवे स्टेशन पर बैठे किसान

किसान आंदोलन से जुड़े किसान नेताओं ने 18 फरवरी को रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया था. इसे देखते हुए आज सुबह से ही मोदीनगर रेलवे स्टेशन पर किसान बैठे हुए हैं, लेकिन 3 बजे तक भी स्टेशन पर किसी ट्रेन के न आने के बाद किसानों का कहना है कि सरकार दबाव में आकर ट्रेनों को स्टेशन पर आने से पहले ही रोक दिया है.

ट्रेनों को स्टेशन पर आने से रोकी सरकार
ट्रेनों को स्टेशन पर आने से रोकी सरकार

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Published : Feb 18, 2021, 5:32 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: रेल रोको आंदोलन के मद्देनजर गुरुवार सुबह से ही मोदीनगर रेलवे स्टेशन पर किसान बैठे हुए हैं, लेकिन 3 बजे तक भी स्टेशन पर ट्रेन के न आने के बाद अब किसानों का कहना है कि सरकार ने दबाव में आकर रेलों को स्टेशन पर आने से पहले ही रोक दी है.

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दबाव में आया प्रशासन

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज पूरे भारत में रेल रोको आंदोलन का एलान किया गया है, जिसके मद्देनजर जनपद गाजियाबाद के मोदीनगर रेलवे स्टेशन पर किसान सुबह से ही इकट्ठा होने शुरू हो गए थे, लेकिन 3 बजे तक स्टेशन पर कोई भी ट्रेन नहीं आई. इस पर किसानों का कहना है कि प्रशासन ने दबाव में आकर ट्रेनों को रोका हुआ है.

रेलवे स्टेशन पर बैठे किसान
ईटीवी भारत को किसान राम अवतार त्यागी ने बताया कि वह मोदीनगर रेलवे स्टेशन पर सुबह ही आ गए थे, लेकिन अभी तक ट्रेन नहीं आई है. इसलिए अभी 4 बजे तक स्टेशन पर बैठे हुए हैं. आगे की रणनीति इसके बाद बनाई जाएगी.

फल प्रशासन को खिलाए
ईटीवी भारत को किसान श्यामवीर सिंह ने बताया कि वह आज सुबह रेल रोको आंदोलन के तहत यात्रियों के खाने के लिए फल लाए थे. इसके साथ ही उनके लिए चाय-नाश्ते की व्यवस्था भी की गई थी. लेकिन ट्रेन के नहीं आने की वजह से उन्होंने सभी फल और नाश्ते के सामान प्रशासन पुलिस और पत्रकारों को खिला दिया है.

आगे की बनाई जाएगी रणनीति
किसानों का कहना है कि रेल रोकने के बाद ड्राइवर को माला पहनाई जाती और यात्रियों को नाश्ता कराया जाता, लेकिन अब सरकार ने किसानों के दबाव में रेल को स्टेशन पर आने से रुकवा दिया है.

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