नई दिल्ली/गाजियाबादः कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन जारी है. किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार कृषि कानूनों को वापस ले और एमएसपी की गारंटी को लेकर कानून बनाएं. जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती है, तब तक दिल्ली से किसान वापस नहीं लौटेंगे. केंद्र सरकार और किसानों के बीच कई दौर की वार्ता हुई, लेकिन किसानों की मुख्य मांगों को लेकर कोई हल नहीं निकल पाया या फिर यूं कहें केंद्र सरकार और किसानों के बीच गतिरोध बरकरार है.
गाजियाबाद में किसानों ने निकाला ट्रैक्टर मार्च किसान यूनियनों द्वारा गुरुवार सुबह को दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर से ट्रैक्टर मार्च निकाला गया. जिसमें सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर ट्राली, मोटरसाइकिल और गाड़ियां शामिल हुई. सभी ट्रैक्टर ट्राली के ऊपर तिरंगा झंडा और भारतीय किसान यूनियन के बैनर लगे नजर आए ट्रैक्टर मार्च के दौरान किसान जोश से भरे नजर आए. किसान संगठनों के आह्वान के बाद बुधवार रात उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों के किसान ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे थे.
राकेश टिकैत भी आए नजर
किसानों द्वारा निकाली गई ट्रैक्टर मार्च की अगुवाई भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत करते नजर आए. राकेश टिकैत ने कहा कि हम ट्रैक्टर मार्च से सरकार को संदेश देना चाहते हैं कि सरकार जल्द किसानों का काम करें. ट्रैक्टर मार्च 26 जनवरी को दिल्ली की सड़कों पर होने वाले मार्च का रिहर्सल है. केंद्र सरकार द्वारा 8 जनवरी को बुलाई गई वार्ता को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि यह तो बिना मुकदमे की तारिख है, जाएंगे और देखेंगे क्या कुछ निकलता है.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
किसानों की ट्रेक्टर मार्च को मद्देनजर रखते हुए गाजियाबाद जिला प्रशासन द्वारा भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए. जिन रास्तों से ट्रैक्टर मार्च को गुजरना था वहां से रूट डायवर्ट किया गया. जिससे कि किसानों को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो साथ ही जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी और मेरठ जोन के आईजी प्रवीण कुमार ग्राउंड जीरो पर मौजूद रहे.
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