नई दिल्ली:लाॅकडाउन के पहले चरण से लेकर अब तक जारी लाॅकडाउन का हर एक दिन किसानों पर कहर बनकर टूट रहा है. कभी बेमौसम बारिश की मार, कभी आंधी तूफान और मंडियों में फल सब्जियों की सही कीमत ना मिल पाने से किसान लाचार हो गए हैं. अब पूरे देश में 31 मई तक के लिए लाॅकडाउन को बढ़ा दिया गया है. ऐसे में सब्जी के किसानों के कैसे हैं हालात, इसी को लेकर ईटीवी भारत ने किसान से बातचीत की.
ओलावृष्टि से टमाटर-टिंडे की फसल बर्बाद किसान फरीद अहमद ने बताया कि उन्होंने इस बार टमाटर की फसल बोई थी, जिस पर टमाटर उगना भी शुरू हो गया था, लेकिन ओलावृष्टि से उनकी सारी फसल बर्बाद हो गई. जिसमें उनको काफी नुकसान उठाना पड़ा है.
मंडियों में नहीं बिक रही है सब्जी
किसान ने ईटीवी भारत को बताया कि उन्होंने ईख की फसल में टिंडा भी बोया हुआ है, लेकिन आंधी तूफान से टिंडे की फसल भी बर्बाद हो गई है और उनको सरकार द्वारा किसानों को दी जा रही किसी भी सहायता का लाभ नहीं मिला है.
किसान का कहना है कि वो अगर मंडी में सब्जी लेकर भी जाते हैं तो वहां पर उन्हें ग्राहक नहीं मिलते हैं, क्योंकि लोग कोरोना वायरस और लाॅकडाउन की वजह से मंडियों में आने से बच रहे हैं. इसलिए अब वह जैसे-तैसे करके अपना गुजारा कर रहे हैं.
नहीं मिल पा रहे अच्छे बीज
साथ ही किसान ने बताया कि लाॅकडाउन की वजह से जो हरियाणा से जो बीज आता था, वो नहीं आ पा रहा. जिसकी वजह से उनको आसपास के क्षेत्र से ही बीज खरीदना पड़ता है जोकि महंगा होने के साथ-साथ लोकल क्वालिटी का बीज होता है.