नई दिल्ली/गाजियाबाद: मोदीनगर के निष्काम सेवक जत्था की तरफ से कोविड से प्रभावित लोगों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर, निशुल्क मेडिकल किट, गुरू का लंगर, पहले से ही उपलब्ध करा रही है, वहीं दूसरी ओर अब निष्काम सेवक जत्थे की टीम ने कोरोना से हुई मृत्यु के बाद मृतक के अंतिम संस्कार को पूरे रीति रिवाज से करने की जिम्मेदारी उठा रही है.
कोविड मरीज के अंतिम संस्कार की पूरी जिम्मेदारी पूरे क्रिया कर्म के साथ अंतिम संस्कार
निष्काम संस्था के संरक्षक और पंजाबी संगठन मोदीनगर के संस्थापक वरिष्ठ समाजसेवी चानन लाल ढींगरा का कहना है कि कोरोना की इस दुसरी लहर मे हालात बेहद भयावह हैं. जिसके कारण मृत्यु दर में भी इजाफा हो गया है.
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ऐसे में निष्काम परिवार नें अपनी सेवाओं के बीच एक और पुण्य सेवा के लिए आगे बढ़कर एक बड़ा फैसला लिया है. जिसके चलते मोदीनगर में अगर किसी कोविड से मृत हुए शव का दाह संस्कार करनें में परिस्थितियों के चलते कोई समस्या आ जाती है. तो उस शव का दाह संस्कार करनें में भी निष्काम परिवार की मदद् ली जा सकती है.
कर चुके हैं कई शवों का अंतिम संस्कार
चानन लाल ढींगरा का कहना है कि कोरोना के चलते हुई मृत्यु के बाद जंहा एक बार को मृतक का अपना परिवार भी अंतिम संस्कार से दूरी बना लेता है. वंही निष्काम परिवार के सदस्य संसाधनों के अभाव में भी बिना देरी किए पुरी शिद्दत के साथ इस सेवा को अंजाम देनें में जुट जाते हैं.
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संस्था के अध्यक्ष जसमीत सिंह का कहना है कि दाह संस्कार की इस सेवा के लिए मृतक के परिवार से किसी भी तरह की कोई मांग नहीं की जाती है. पिछले दो सप्ताह में निष्काम परिवार ऐसे कई मृतकों का अंतिम संस्कार कर चुका है.