नई दिल्ली/गाजियाबाद:वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को देखते हुए मोदीनगर की उपजिलाधिकारी ने मुरादनगर छोटा हरिद्वार गंग नहर पर नहाने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है. जिसकी वजह से जहां हर साल जून-जुलाई के महीने में नहाने आने वाले पर्यटकों की मौत का आंकड़ा 10 से 15 पहुंच जाता था, वहीं इस बार अब मौत का आंकड़ा शून्य है.
मुरादनगर: इस बार छोटा हरिद्वार गंग नहर में डूबने से किसी की नहीं हुई मौत - ईटीवी भारत
मुरादनगर की छोटा हरिद्वार गंग नहर पर इस बार नहाने पर प्रतिबंध होने के कारण हर साल महीने में 10 से 15 डूबकर होने वाली मौतों का आंकड़ा शून्य हैं.
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हर साल डूबने से होती थी मौतें
ईटीवी भारत की टीम मुरादनगर के छोटा हरिद्वार गंग नहर पर पहुंची, जहां पर घाटों पर सन्नाटा पसरा हुआ है, दूर से दूर तक एक भी पर्यटक या श्रद्धालु वहां पर नहाता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है. वहीं अगर बात की जाए इन दिनों में छोटा हरिद्वार गंग नहर पर दिल्ली, हरियाणा, गुड़गांव, गाजियाबाद, मेरठ इन सभी जगहों से नहाने आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता था.
दूर-दूर से नहाने आते थे पर्यटक
छोटा हरिद्वार गंग नहर पर दूर-दूर से नहाने आने वाले लोगों की इस कदर भीड़ होती थी कि यहां पर पैर रखने की जगह नहीं मिलती थी, लेकिन इन सबके बीच कुछ ऐसे भी लोग होते थे. जिनको तैरना नहीं आता था और गर्मी के दिनों में ठंडक लेने के लिए नहर नहाने आते थे, जोकि गहरे पानी में चले जाने के कारण डूब जाते थे, ऐसे हादसों में महीने में 10 से 15 लोगों की मौत हो जाती थी. लेकिन इस बार गंगनहर में नहाने पर प्रतिबंध के कारण डूबकर होने वाली मौतों का आंकड़ा जीरो है.