नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर एक समान मुआवजे की मांग को लेकर भोजपुर और मुरादनगर ब्लॉक सहित सैकड़ों किसान काफी लंबे समय से प्रदर्शन करते आ रहे हैं, लेकिन इन सबके बावजूद सुनवाई न होने से नाराज किसान जनपद गाजियाबाद की मोदीनगर तहसील में 27 दिन से धरने पर बैठे हुए हैं. उनका कहना है कि किसानों के प्रतिनिधि मंडल की लखनऊ में मंत्री के साथ हुई बैठक में सिर्फ उनकी मांगों के लिए सहमति जताई गई है, लेकिन अभी तक उनकी मांगों को माना नहीं गया है.
गाजियाबाद: समान मुआवजे की मांग को लेकर किसानों का 27वें दिन भी धरना जारी
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर एक समान मुआवजे की मांग को लेकर किसान 27 दिन से धरने पर बैठे हैं. किसानों का कहना है कि जब तक केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी उनकी मांगों को नहीं मान लेते, वो धरने से नहीं हटेंगे.
किसान नेता और पूर्व जिला पंचायत सदस्य सतीश राठी ने बताया कि आज उनके धरने का 27 वां दिन है. वह 12 अक्टूबर से दिन-रात रात मोदीनगर तहसील परिसर में धरना देने का काम कर रहे हैं. किसान नेता ने बताया कि लखनऊ में मंत्री के साथ हुई वार्ता से वह संतुष्ट हैं. लेकिन अभी उनकी मांगों को माना नहीं गया है. सिर्फ प्रतिनिधिमंडल को किसानों की जायज मांगों के लिए मंत्री ने सहमति जताई है. लेकिन किसानों की मांगों को पूरा केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को करना है और जब तक वहां से उनको कोई भी लेटर या आश्वासन नहीं मिलता जब तक उनका धरना जारी रहेगा.