नई दिल्ली/ गाजियाबाद: वाराणसी और बरेली में ईवीएम और बैलेट पेपर विवाद के बाद समाजवादी पार्टी ने सपा के पूर्व सांसद, विधायक और एमएलसी को प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने प्रदेश के सभी जिलों में एक-एक प्रभारी नियुक्त करते हुए उन्हें बुधवार (9 मार्च) सुबह 11 बजे तक जिले में पहुंचने के निर्देश दिया था. पार्टी द्वारा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विनोद सविता को गाजियाबाद का प्रभारी बनाया गया है. विधानसभा चुनावों की मतगणना की देखरेख के लिए समाजवादी पार्टी द्वारा प्रभारी नियुक्त किए गए हैं.
गाजियाबाद में पांच विधानसभा सीटें हैं. पांचों विधानसभा सीटों पर पहले चरण में 10 फरवरी को मतदान हुआ था, जिसके बाद ईवीएम को सुरक्षित गोविंदपुरम अनाज मंडी के स्ट्रांग रूम में रख दिया गया. ईवीएम कड़ी सुरक्षा के बीच सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में है साथ ही फोर्स तैनात है. समाजवादी पार्टी द्वारा जनपद गाजियाबाद में मतगणना की देखरेख के लिए नियुक्त किए गए प्रभारी विनोद सविता ने गाजियाबाद पहुंचकर पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की और ईवीएम की सुरक्षा को लेकर जानकारी की.
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विनोद सविता ने बताया कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी 300 से अधिक सीटें जीतने जा रही है. भारतीय जनता पार्टी सपा की बढ़त को देखते हुए बौखलाई हुई है. विनोद सविता ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि लखनऊ से जिले के आला अधिकारियों को संदेश भेजा गया है कि हर जिले से एक-एक सीट भाजपा की झोली में डालने का काम किया जाए.
विनोद सविता ने कहा कि उत्तर प्रदेश के कई जिलों में ईवीएम से भरी गाड़ियां पकड़ी गई हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि गाजियाबाद में किसी भी प्रकार की ईवीएम को लेकर कोई विवाद सामने नहीं आया है क्योंकि समाजवादी पार्टी का गाजियाबाद जिला संगठन पूरी मुस्तैदी के साथ मतगणना केंद्र पर नजर बनाए हुए हैं. सपा के नेताओं की चौकसी की वजह से गाज़ियाबाद में गड़बड़ी की कोई शिकायत देखने को नहीं मिली है. उन्होंने बताया कि वह पार्टी के नेताओं के साथ मतगणना स्थल पर ही मौजूद रहेंगे और मतगणना प्रक्रिया समाप्त होने तक हर गतिविधि पर नजर बनाए रखेंगे.
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