नई दिल्ली/ गाजियाबाद: दिल्ली एनसीआर में ठंड का मौसम शुरू होते ही प्रदूषण का ग्राफ बढ़ना शुरू हो जाता है. आलम यह होता है कि नवंबर के महीने में एनसीआर गैस चैंबर में तब्दील हो जाता है. प्रदूषण बढ़ने के पीछे दिल्ली एनसीआर से सटे राज्यों में किसानों द्वारा पराली जलाना माना जाता रहा है. आसमान में धुंध नजर आने लगती है और लोगों को सांस लेने में काफी समस्या होती है. खासकर छोटे बच्चे और बुजुर्गों को एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ने के बाद कई प्रकार की स्वास्थ संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ता है. प्रदूषण के पहरा जमाने के बाद लोग एयर प्यूरीफायर खरीदने दौड़ते हैं, लेकिन अधिकतर लोग यह भूल जाते हैं कि बहुत से ऐसे पेड़ पौधे हैं जो प्रदूषण के कहर को कम कर देते हैं.
प्रकृति ही दे सकती है प्रदूषण को मात 5 दशकों से पर्यावरण को लेकर कर रही काम
आज हम आपको एक ऐसी ही शख्सियत से रूबरू कराएंगे जो पिछले 5 दशकों से पर्यावरण को लेकर काम कर रही हैं और उन्होंने अपने घर में ऐसे पौधे लगा रखे हैं जिनसे प्रदूषण के प्रभाव को कम किया जा सकता है. साहिबाबाद में रहने वाली राज शर्मा 67 वर्ष की हैं और पर्यावरण से बेहद लगाव रखती हैं. अपने जीवन में राज शर्मा अब तक करीब 6 लाख पेड़ पौधे लगा चुकी है.
ऑब्जर्वर की तरह काम करते हैं पेड़ पौधे
राज शर्मा बताती हैं कि कई प्रकार के ऐसे पेड़ पौधे हैं जिनको घरों में लगाने से प्रदूषण के प्रभाव को कम किया जा सकता है. विशेष रूप से उन पेड़ पौधों को लगाना बेहद लाभकारी है जिनमें तेल और रेशा पाया जाता है. इन पौधों में प्रदूषण को सोखने की क्षमता होती है. कई ऐसे पौधे हैं जिनको घरों के अंदर लगाया जा सकता है. आम तौर पर सभी पौधे आस पास की नर्सरी से खरीदे जा सकते हैं. जिनकी कीमत लगभग 50-70 रुपये प्रति पौधा होती है. राज शर्मा ने अपने घर के अंदर कई प्रकार के ऐसे ही पेड़ पौधे लगा रखे हैं जोकि प्रदूषण के मौसम में भी शुद्ध हवा देते हैं इसके साथ ही उन्होंने घर के बाहर भी प्रदूषण को कम करने वाले कई प्रकार के वृक्षों को लगा रखा है.
घरों के बाहर लगाने वाले पेड़-पौधे प्रकृति के अपने फायदे
राज शर्मा बताती हैं कि घर के अंदर और आसपास पेड़ पौधे लगाने से प्रदूषण से बड़ी राहत मिलती है. इसके साथ ही शुद्ध हवा में सांस लेने से व्यक्ति निरोगी रहता है. राज शर्मा ने बताया कि 67 साल की उम्र में वो पूरी तरह से निरोगी हैं. जबकि आमतौर पर इस उम्र में लोगों को सांस, शुगर, हाई ब्लड प्रेशर आदि स्वास्थ संबंधित समस्याओं से जूझना पड़ता है.