नई दिल्ली/गाजियाबाद: मेरठ जेल में बंद गाजियाबाद की चर्चित महिला इंस्पेक्टर लक्ष्मी सिंह चौहान की मुश्किलें बढ़ गई हैं. महिला इंस्पेक्टर लक्ष्मी सिंह चौहान और 6 अन्य पुलिसकर्मियों के मामले की जांच एसआईटी को सौंप दी गई है.
SIT करेगी चर्चित महिला इंस्पेक्टर लक्ष्मी सिंह चौहान केस की जांच 72 लाख रुपए के गबन का आरोप
अप्रैल 2019 से जुड़े हेराफेरी के मामले में लक्ष्मी सिंह चौहान सहित सात पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया गया था. मेरठ एंटी करप्शन कोर्ट ने लक्ष्मी सिंह चौहान को जेल भेज दिया था. आरोप था कि लिंक रोड थाने में तैनात रहते हुए लक्ष्मी सिंह चौहान ने चोरी के बरामद हुए रुपयों में से 72 लाख रुपये का गबन किया था.
2019 का है मामला
गाजियाबाद के लिंक रोड थाने में तैनात रहीं इंस्पेक्टर लक्ष्मी सिंह चौहान को काफी दबंग महिला इंस्पेक्टर माना जाता था. कहा जाता कि उनके सामने बड़े-बड़े मुलजिम थरथर कांपते थे लेकिन फिर अप्रैल 2019 के बाद उन पर आरोपों का सिलसिला शुरू हुआ.
उसी दौरान साइट 4 इंडस्ट्रियल एरिया की एक फैक्ट्री से संबंधित एक चोरी का मामला सामने आया जिसमें रकम बरामद कर ली गई. यह चोरी करोड़ों की बताई जाती है. लिंक रोड पुलिस ने मामले का खुलासा भी कर दिया.
आरोप है कि बरामद रकम में से 70 लाख से ज्यादा का गबन कर दिया गया. तत्कालीन एसएसपी सुधीर कुमार ने मामले में जांच के बाद लक्ष्मी सिंह चौहान और छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए थे. इसमें एंटी करप्शन कोर्ट ने लक्ष्मी सिंह चौहान को जमानत नहीं दी थी. तब से अब तक इंस्पेक्टर लक्ष्मी चौहान जेल में हैं.