नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के एक ऐसे मंदिर के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं, जो करीब 500 साल पुरानी है. इस मंदिर में एक वट वृक्ष है जिस पर 131 लोगों को अंग्रेजों ने फांसी दे दी थी (131 people were hanged on banyan tree here). मरने वालों में महिलाएं भी थीं. 1857 की क्रांति के दौरान यह सब हुआ था.
हम बात कर रहे हैं गाजियाबाद के मोदीनगर में स्थित सीकरी गांव में मौजूद सीकरी महामाया माता मंदिर (Sikri Mahamaya Mata Temple in Ghaziabad) की. इस मंदिर की मान्यता करीब 500 वर्ष पुरानी है. यहां पर जो भी मन्नत मांगी जाती हैं वह पूरी होती है. भक्त यहां दूर-दूर से आते हैं. हालांकि कोरोना काल में दो साल तक यहां भक्त नहीं आ रहे थे, लेकिन इस साल यहां बड़ी मात्रा में श्रद्धालु जुटने लगे हैं. उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश के अलग-अलग हिस्सों से श्रद्धालु यहां आते हैं और माता की पूजा अर्चना करते हैं. पिछले साल सरकार ने इस मंदिर में मौजूद वटवृक्ष को धरोहर भी घोषित कर दिया था. इस वृक्ष की भी अपनी मान्यता है.
वटवृक्ष की मान्यता:मंदिर में आने वाले हर श्रद्धालु को इस मान्यता से अवगत कराया जाता है. इससे जुड़ी सच्ची कहानी भी बताई जाती है. दरअसल यह वट वृक्ष भी 500 साल से अधिक प्राचीन है. 1857 की क्रांति से भी इस वटवृक्ष की कहानी जुड़ी हुई है. बताया जाता है कि 1857 की क्रांति के दौरान अंग्रेजों ने सीकरी गांव पर हमला कर दिया था. गांव वालों ने भी अंग्रेजों का जमकर मुकाबला किया था.