नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद के सिहानी गेट थाना पुलिस ने पिछले दिनों नेहरुनगर में हुई चोरी का खुलासा कर दिया है. 14 अगस्त की रात को पंकज नाम के शख्स के घर करीब 13 लाख की चोरी हुई थी.
नेहरुनगर में हुई चोरी का पुलिस ने किया खुलासा ड्राइवर ही निकला चोर
पुलिस ने इस मामले में पंकज के ड्राइवर और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 10 लाख 60 हजार रुपये बरामद कर लिए हैं. एसपी सिटी श्लोक कुमार ने बताया कि चोरी की योजना पंकज के ड्राइवर विनोद कुमार ने बनाई थी. विनोद को पता था कि पंकज के घर में नकदी, गहने और दूसरे कीमती सामान हैं. पंकज के यहां विनोद रोजाना ड्राइवर की नौकरी नहीं करता था, लेकिन जरुरत पड़ने पर उसे बुलाया जाता था. हालांकि वह बहुत दिनों से इस तरह की नौकरी कर रहा था. इसलिए उसे घर की हर तरह की जानकारी थी. एसपी सिटी के मुताबिक ड्राइवर विनोद कुमार ने चोरी से कुछ दिन पहले अपने एक दोस्त को इनकम टैक्स अधिकारी बनाकर एक फोन पंकज को कराया था.
'घर में नोट गिनने की मशीन रखी हुई है'
कॉल करने वाले दोस्त ने फोन पर कहा कि मैं इनकम टैक्स अधिकारी बोल रहा हूं. आपके घर में बहुत बेनामी संपत्ति है. घर में नोट गिनने की मशीन भी रखी हुई है. विनोद का इस तरह से फोन कराने का उद्देश्य था कि पंकज सारी रकम को एक जगह एकत्र करेगा. जिसके बाद चोरी के समय माल समेटने में ज्यादा परेशानी नहीं होगी. ड्राइवर विनोद ने गांव से दो दोस्त परवेंद्र व सोनू उर्फ कर्मवीर को बुलाया और 14 अगस्त की रात को जब पंकज परिवार समेत रक्षाबंधन पर बुलंदशहर गया था. तो उसके पीछे चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया.
चोरी की षडयंत्र में पिता भी शामिल
एसपी सिटी श्लोक कुमार ने बताया कि 25 अगस्त को सिहानी गेट थाना प्रभारी उमेश बहादुर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने चौधरी मोड़ से पौने बारह बजे दो अभियुक्तों विनोद कुमार व परवेंद्र को गिरफ्तार किया.
उनके कब्जे से 10 लाख 60 हजार रुपए बरामद किये गए. एक अभियुक्त सोनू उर्फ कर्मवीर और ड्राइवर विनोद का पिता जुगेंद्र अभी फरार है. बता दें कि विनोद के पिता ने पता होने के बाद चोरी की रकम बैंक खाते में जमा करा दी. पुलिस ने उसे भी योजना के षडयंत्र में शामिल मानते हुए दोषी माना है.