नई दिल्ली/गाजियाबादः राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद के शंभू दयाल इंटर कॉलेज को अगले आदेशों तक अस्थाई जेल में तब्दील कर दिया गया है. गाजियाबाद जिले में 22 मई के बाद होने वाली गिरफ्तारी में लिप्त आरोपियों को इसी अस्थाई जेल में रखा जाएगा, उन्हें डासना जेल नहीं भेजा जाएगा.
कोरोना महामारी को देखते हुए लिया निर्णय गाजियाबाद डीएम अजय शंकर पांडे ने डासना जेल में बंद कैदियों को संक्रमण से बचाने के लिए, एहतियात के तौर पर ये ठोस कदम उठाया है. शंभू दयाल इंटर कॉलेज को अस्थाई जेल में तब्दील करने के लिए सभी व्यवस्थाएं पूरी कर दी गई हैं.
डासना जेल की है बड़ी चिंता
गाजियाबाद में जिस भी मामले के आरोपी गिरफ्तार होते हैं, उन्हें डासना जेल में भेजा जाता है. लेकिन डासना जेल में क्षमता से कई गुना अधिक कैदी बंद है. फिलहाल कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों की वजह से डासना जेल में बंद कैदियों की चिंता भी कई गुना बढ़ गई है. प्रशासन नहीं चाहता कि वहां पर कोई नया बंदी, बिना मेडिकल जांच के पहुंचे. जिससे वहां संक्रमण का खतरा पैदा हो.
नहीं भेजा जाएगा डासना जेल इसी चिंता को देखते हुए गाजियाबाद में शंभू दयाल कॉलेज को अस्थाई जेल में तब्दील कर दिया गया है. फिलहाल सभी नए बंदी आरोपियों को शंभू दयाल कॉलेज वाली अस्थाई जेल में रखा जाएगा और उनका पूरा मेडिकल चेकअप होगा. माना जा रहा है कि क्वारंटीन पीरियड के बाद ही उन्हें डासना जेल में शिफ्ट किया जाएगा.
यह होगी व्यवस्था
अस्थाई जेल में सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस और पीएसी की तैनाती की जाएगी. इसके अलावा चिकित्सकीय स्टाफ तैनात किया जाएगा. प्रतिदिन आवश्यकता अनुसार पानी की आपूर्ति की जाएगी. होमगार्ड जवान भी तैनात किए जाएंगे. अस्थाई कारागार के लिए चयनित किए गए कक्षों को खाली कराकर जेल अधीक्षक इसकी व्यवस्था को देखेंगे. इससे संबंधित यातायात व्यवस्था को भी देखा जाएगा.
पहले भी बनी थी अस्थाई जेल
गाजियाबाद के डासना इलाके में ही पहले एक अस्थाई जेल बनाई गई थी. अध्यात्मिक नगर इंटर कॉलेज को अस्थाई जेल में तब्दील किया गया था. जहां पर ऐसे आरोपियों को रखा गया था, जो वीजा की शर्तों का उल्लंघन करके भारत में रह रहे थे और गाजियाबाद में गिरफ्तार किए गए थे. लेकिन शंभू दयाल डिग्री कॉलेज में बनाई गई अस्थाई जेल, अध्यात्मिक नगर इंटर कॉलेज वाली जेल से कुछ अलग होगी. यहां पर सभी नए बंदियों को फिलहाल रखा जाएगा.