नई दिल्ली/गाजियाबाद: मधुबन बापूधाम आवासीय योजना की जमीन के उचित मुआवजे की मांग को लेकर किसान पिछले कई दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं. ये धरना सदरपुर के स्कूल में चल रहा है. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत आज धरने पर किसानों का समर्थन देने के लिए पहुंचे. उन्होंने कहा कि किसानों को बढ़ा हुआ मुआवजा मिलना चाहिए.
'किसानों को मिले उनका हक', किसान आंदोलन के समर्थन में पहुंचे राकेश टिकैत
सदरपुर में जमीन के मुआवजे को लेकर जीडीए के खिलाफ चल रहे धरने को समर्थन देने सोमवार को भारतीय किसान यूनियन के वरिष्ठ नेता राकेश टिकैत सदरपुर पहुंचे. उन्होंने स्पष्ट किया कि जमीन का मुआवजा बढ़ाए बिना किसान किसी भी सूरत में जीडीए को जमीन नहीं देंगे.
गाजियाबाद में मधुबन बापूधाम आवासीय योजना को बचाने के लिए साल 2004 में किसानों की भूमि अधिग्रहण की गई थी. इसमें सदरपुर गांव के किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई थी. जिसको लेकर 2007 में किसानों और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के बीच समझौता हुआ था. तब किसानों को 1100 रुपये वर्ग मीटर की दर से मुआवजा दिया गया था. लेकिन यह बात तय हुई थी कि भविष्य में इस योजना में मुआवजा बढ़ता है, तो बढ़े हुए मुआवजे के हिसाब से ही किसानों को भुगतान किया जाएगा. किसानों का आरोप है कि तब से लड़ाई लड़ते आ रहे हैं और बढ़ा हुआ मुआवजा नहीं मिला है.
किसानों ने रोका था काम
किसान लंबे समय से अपनी इस मांग को लेकर प्रदर्शन और विरोध जाहिर करते आ रहे हैं. इससे पहले भी किसानों ने मधुबन बापूधाम आवासीय योजना के पास सड़क का निर्माण कार्य रोक दिया था. मौके पर जीडीए के आश्वासन के बाद ही किसान हटे थे, और उन्होंने चेतावनी दी थी कि जल्द समस्या का निवारण नहीं हुआ, तो दोबारा से वह काम रोक देंगे.