नई दिल्ली/गाजियाबाद: तीन नए कृषि कानूनों को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में किसानों का गुस्सा और विरोध बढ़ता ही जा रहा है. गाजियाबाद के मंडोला गांव के किसान कृषि कानून और उचित मुआवजा नहीं मिलने पर अनोखा विरोध जता रहे हैं. जिसमें गांव के ही कुछ किसानों ने कई दिनों के लिए जिंदा समाधि ली है. इसी कड़ी में किसानों का समर्थन करने के लिए प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव मंडोला गांव पहुंचे यहां उन्होंने सांकेतिक प्रदर्शन किया.
शिवपाल यादव ने कहा कि किसान का सत्याग्रह आंदोलन लंबे समय से चल रहा है. 10 दिनों से किसान आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. किसानों की मांगों को सुनने के लिए कोई भी प्रशासनिक अधिकारी यहां नहीं पहुंचा. किसानों के सत्याग्रह को तकरीबन 10 महीने पूरे होने जा रहे हैं. अभी तक किसानों की मांगों को लेकर सरकार द्वारा कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया है. हम मांग करते हैं कि सरकार तुरंत किसानों की मांग मान ले.
किसान आंदोलन को लेकर शिवपाल यादव ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानून किसान विरोधी कानून हैं. सरकार को तीनों कृषि कानूनों को तुरंत वापस ले लेने चाहिए. जब शिवपाल यादव से यह सवाल किया गया क्या वह किसानों से मुलाकात करने के लिए गाजीपुर बॉर्डर जाएंगे तो शिवपाल यादव का साफ कहना था कि किसान नेताओं ने साफ कर रखा है कि कोई भी राजनीतिक पार्टी का नेता हमारे आंदोलन में ना आए. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का किसान आंदोलन को पूरी तरह से समर्थन है.