नई दिल्ली/गाजियाबाद: लाॅकडाउन के चलते जहां सरकार मजदूर गरीबों का पेट भरने के लिए राशन की पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति कर रही है. वहीं दूसरी ओर कुछ राशन एजेंसी संचालक कालाबाजारी करने से बाज नहीं आ रहे हैं. राशन एजेंसी संचालक से पीड़ित एक महिला से ईटीवी भारत ने की खास बातचीत.
राशन नहीं मिलने से परेशान हुई गर्भवती महिला पीड़ित गर्भवती महिला उमा देवी ने ईटीवी भारत को बताया कि जब वह राशन लेने के लिए राशन संचालक के पास जाती हैं, तो वह उनको यह कह कर राशन देने से मना कर देते है कि आपके फिंगरप्रिंट मशीन में नहीं आ रहे हैं लेकिन जब वह अपने परिवार के अन्य सदस्यों के फिंगरप्रिंट लगवाने के लिए वहां जाती हैं तो फिर भी वह उनको राशन नहीं देते हैं.
चक्कर कटावा रही है राशन एजेंसी संचालक
ऐसे में कई बार राशन एजेंसी संचालक ने उनको यह कह कर राशन देने से भी मना कर दिया कि आपका राशन कार्ड लिस्ट में से नाम कट चुका है, लेकिन जब उन्होंने इंटरनेट पर जाकर चेक करवाया तो उनके राशन कार्ड वहां पर आ रहा है.
पीड़ित गर्भवती महिला की समस्या पर संज्ञान लेकर ईटीवी भारत की टीम ने मोदीनगर तहसीलदार उमाकांत तिवारी से जब फोन पर बात की तो उनका कहना है कि वह उनकी इस समस्या को जल्दी निपटाने का काम करेंगे और उन्होंने आश्वस्त किया कि महिला को राशन जल्द मिलेगा.