नई दिल्ली/गाजियाबाद : पिछले साल नवरात्रि पर कुट्टू के आटे से बना पकवान खाने से कई लोगों को फूड प्वाइजनिंग की शिकायत की खबर सामने आई थी. दिल्ली के महरौली में एक ही परिवार के छह लोगों ने व्रत के दौरान कुट्टू के आटे से बनी रोटियां खाई थीं, जिससे वे सभी बीमार पड़ गए थे. वहीं, मोदीनगर में करीब दो दर्जन लोगों को फूड प्वाइजनिंग की शिकायत हुई थी. इसके बाद उन्हें स्थानीय अस्पतालों में एडमिट कराया गया था. हालांकि इस साल नवरात्रों से पहले खाद्य विभाग पूरी तरह से सतर्क हो गया है. कुट्टू का आटा बनाने वाली फैक्ट्रियों पर छापेमारी कर सैंपल लिए जा रहे.
सहायक आयुक्त खाद्य विनीत कुमार के मुताबिक नवतरात्रों पर शहर वासियों को शुद्ध कुट्टू का आटा मिल सके, जिसके मद्देनजर रखते हुए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा चार टीमों का गठन किया है, जो जिले के विभिन्न क्षेत्रों में कुट्टू का आटा बनाने वाली फैक्ट्रियों पर छापेमारी कर सैंपल इकट्ठा कर रही हैं. हाल ही में जिले की एक निजी कुट्टू का आटा बनाने वाली फैक्ट्री के खिलाफ शिकायत मिली थी कि कंपनी की ओर कुट्टु के आटे में चावल मिलाया जा रहा है. शिकायत पर संज्ञान लेते हुए खाद्य विभाग की टीम द्वारा फैक्ट्री में छापेमारी की गई और कुट्टू के आटे के तीन सैंपल इकट्ठा कर जांच के लिए राष्ट्रीय प्रयोगशाला भेजे गए हैं.