नई दिल्ली/गाजियाबाद: जिले के तमाम अस्पतालों में सांस की तकलीफ लेकर आने वाले मरीजों की संख्या में इजाफा हो गया है. यह स्थिति काफी गंभीर हो सकती है. इसकी वजह प्रदूषण है. दिवाली के बाद हवा में सुधार का कोई आसार नजर नहीं आ रहा है.
बढ़ते प्रदूषण के चलते गाजियाबाद के लोगों का दम घुट रहा है. गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स पिछले दो दिनों में सर्वाधिक दर्ज किया गया है. मंगलवार को अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स की बात करते हैं, तो वो 347 दर्ज किया गया है, जो देश में अन्य शहरों की तुलना में काफी ज्यादा है. डॉक्टर बता रहे हैं कि बढ़ते प्रदूषण के चलते अस्पतालों में सांस के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. दिल के मरीजों के लिए ये सबसे ज्यादा खतरनाक स्थिति है. डॉक्टरों का कहना है कि प्रदूषण से बचने के लिए मास्क जरूर लगाएं.
मरीजों की संख्या में लागातार इजाफा हो रहा है. इसे भी पढ़ें:10 ICU बेड खाली होने के बावजूद लिखा मिला बेड फुल, 1 लाख का लगा जुर्माना
बढ़ते प्रदूषण के स्तर से सबसे ज्यादा वह लोग परेशान हैं, जिनको मजबूरी में सड़क पर रहना है. इनमें ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से लेकर फील्ड जॉब करने वाले लोग शामिल हैं. बढ़ते प्रदूषण के चलते इन लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है. दिवाली से पहले यह हाल है, तो लोगों को डर सता रहा है कि दिवाली के बाद क्या होगा. सभी जगह अपील की जा रही है कि दिवाली पर पटाखे ना जलाएं. क्योंकि एक तरफ देश पहले से महामारी की मार झेल रहा है तो वहीं डेंगू भी अपने पैर पसार चुका है. इसके साथ-साथ अगर अस्पताल में प्रदूषण के चलते सांस की तकलीफ वाले मरीजों की संख्या बढ़ेगी, तो हालात बद से बदतर हो सकते हैं.
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