ग़ाज़ियाबाद में प्रदूषण का क़हर बरकरार, Red Zone में लोनी का AQI
ग़ाज़ियाबाद में प्रदूषण का कहर (pollution havoc) लगातार जारी है. शुक्रवार को ग़ाज़ियाबाद का प्रदूषण स्तर ख़राब श्रेणी में दर्ज किया गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक ग़ाज़ियाबाद का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (Air Quality Index) 291 है.
Pollution havoc continues in Ghaziabad Loni AQI in Red Zone
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Published : Jan 14, 2022, 3:06 PM IST
नई दिल्ली/ग़ाज़ियाबाद : ग़ाज़ियाबाद में प्रदूषण का कहर (pollution havoc) लगातार जारी है. हवा में घुल रहे प्रदूषण के ज़हर से ग़ाज़ियाबाद वालों की सेहत बिगड़ रही है. हवा में घुल रहे प्रदूषण के चलते लोगों को स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. शुक्रवार को ग़ाज़ियाबाद का प्रदूषण स्तर ख़राब श्रेणी में दर्ज किया गया है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार ग़ाज़ियाबाद का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (Air Quality Index) 291 है. हालांकि मौजूदा समय में ग़ाज़ियाबाद का AQI खराब श्रेणी में बरकरार है.
ग़ाज़ियाबाद में प्रदूषण का क़हर बरकरार, Red Zone में लोनी का AQI
ग़ाज़ियाबाद के लोनी इलाके के प्रदूषण स्तर की बात करें तो यहां का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जनपद में सबसे अधिक दर्ज किया गया है. लोनी का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 321 दर्ज किया गया है. लोनी का प्रदूषण स्तर रेड जोन में बना हुआ है.
ग़ाज़ियाबाद के प्रदूषण पर एक नजर
इंदिरापुरम
282
संजय नगर
269
लोनी
373
एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक' 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को गंभीर और 500 से ऊपर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.
ग़ाज़ियाबाद में प्रदूषण का क़हर बरकरार, Red Zone में लोनी का AQI
विशेषज्ञों के मुताबिक हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम PM के मैटर), ओजोन, सल्फर डाईऑक्साइड, नाइट्रिक डाईऑक्साइड, कार्बन मोनो और डाईआक्साइड सभी सांस की नली में सूजन, एलर्जी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं.
कोरोना और प्रदूषण से बचाव के लिए बरतें सावधानी
• बच्चे, बुजुर्ग और दमा रोगी सुबह और शाम न टहलें.
• घर से मास्क लगाकर ही बाहर बाजार जाएं.
• दमा के रोगी इन्हेलर का नियमित इस्तेमाल करें.
• दमा के रोगी दवा समय पर लें.
• शाम को गर्म पानी की भाप लें.
• गले में खराश होने पर गुनगुने पानी से गरारा करें.