नई दिल्ली/गाजियाबाद:जनपद गाजियाबाद में बढ़ती लूट की वारदातों ने आम आदमी की दहशत बढ़ा दी है. बीती 23 सितंबर को कवि नगर इलाके में कारोबारी के घर हुई डकैती का अब तक पुलिस खुलासा नहीं कर पाई है. इसी बात से नाराज एक संगठन कारोबारी के घर के पास धरने पर बैठा है. संगठन के साथ पीड़ित व्यापारी का परिवार भी है. जिसकी आप बीती रोंगटे खड़े कर देने वाली है, पहली बार कैमरे पर यह आपबीती सामने आई है.
आरोपी पकड़े जाने तक नहीं हटेगा धरना
पुलिस से मांग की जा रही है कि जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए. इन्होंने पोस्टर लगाया है कि गाजियाबाद में बढ़ती हुई आपराधिक वारदातों की वजह से ये काफी आहत हैं. कहा जा रहा है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक धरना जारी रहेगा.
लूट की घटना का पुलिस नहीं कर सकी खुलासा. वहीं पीड़ित कारोबारी का परिवार पहली बार मीडिया के सामने आया, जिसमें 23 सितंबर को अपने साथ हुई लूट की वारदात की खौफनाक दास्तान बताई. परिवार के मुताबिक करीब 10 लोग ग्रिल काटकर उनके घर में दाखिल हुए थे. सबके हाथ में चाकू थे और उनके साथ बंधक बनाकर लूटपाट की गई. जिसके बाद आरोपी फरार हो गए. इस खौफनाक मंजर को ये परिवार जिंदगी भर नहीं भुला पाएगा.
ज्वेलर्स के हमलावर भी नहीं पकड़े गए
जिस दिन कवि नगर इलाके में यह वारदात हुई थी, उसके ठीक अगले दिन राजनगर एक्सटेंशन में भी ज्वेलरी शॉप पर बदमाशों ने धावा बोला था. हालांकि वो लूट में नाकाम रहे थे, लेकिन उन्होंने दुकान पर गोलियां चलाई थी. उन हमलावरों को भी पुलिस अब तक नहीं पकड़ पाई है. सवाल यह है कि गाजियाबाद में क्या हो रहा है? क्या ऐसे ही लोगों को अब डर कर जिंदगी बितानी होगी? यह सवाल पुलिस के सामने खड़ा हो गया है.