नई दिल्ली/गाजियाबाद: 22 मार्च को देश में जनता कर्फ्यू लगाया था. जिसके बाद लॉकडाउन कर दिया गया. ऐसे में जो लोग अपने घरों से बाहर थे, वो वापस अपने होमटाउन जा रहे है. गाजियाबाद में हमने देखा कि ऐसे लोगों को ट्रांसपोर्ट नही मिल रहा, और वे पैदल चल कर अपना सफर पूरा कर रहे है. इसी परेशानी को देखते हुए गाजियाबाद के डीएम ने आदेश दिया है, कि इन लोगों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए वैकल्पिक बसों की व्यवस्था की जाए.
वापस अपने होमटाउन जा रहे लोगों को ट्रांसपोर्ट नही मिल रहा है सड़कों पर सैकड़ों लोग पैदल
गाजियाबाद की सड़कों पर सैकड़ों लोग पैदल देखे गए. कई लोगों से बात की गई तो उनका कहना है कि 1 दिन के लिए जनता कर्फ्यू के दौरान अपने काम वाली जगह पर ही रुक गए थे. लेकिन अगले दिन लॉकडाउन होने की वजह से वैकल्पिक व्यवस्था नहीं मिल पाई. जिसकी वजह से पैदल ही निकल कर जा रहे हैं. कई बस स्टैंड और उसके आसपास भी लोग खड़े हुए देखे गए. उन्हें लग रहा था कि शायद कोई व्यवस्था हो जाए. इनमें काफी बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी हैं जो यहां से 50, 100 , किलोमीटर से लेकर 600 किलोमीटर दूर गढ़, बिजनोर , रामपुर , बरेली आदि जैसे शहरों के मूल रूप से रहने वाले हैं और फिलहाल कोई वाहन न मिलने के चलते पैदल ही गाजियाबाद से होकर गुजर रहे हैं.
जिलाधिकारी ने समझी परेशानी
जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने इन लोगों की परेशानी को समझते हुए ऐसे लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए वैकल्पिक बसों की व्यवस्था करने की बात कही है. जिससे रोड पर यह भीड़ नजर ना आए. माना जा रहा है कि आज यह भीड़ पूरी तरह से रोड से समाप्त हो जाएगी. क्योंकि जिन लोगों को इन वैकल्पिक व्यवस्था के बारे में पता चलेगा वह तुरंत उस व्यवस्था से अपने गंतव्य तक पहुंच पाएंगे.