नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद के सड़कों पर प्रवासी मजदूरों के पैदल ना चलने देने से संबंधित गाजियाबाद जिलाधिकारी के आदेश के बाद मुरादनगर की सड़कों पर थानाध्यक्ष अपनी पूरी टीम के साथ भ्रमण कर रहे हैं. उनकी यही कोशिश है कि सड़कों पर किसी भी तरीके से प्रवासी मजदूरों को पैदल ना चलने दिया जाए.
'पैदल चलने वाले मजदूरों को भेजा जाएगा आश्रय स्थल'
औरैया सड़क हादसे के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने पैदल, दुपहिया वाहन, ट्रक आदि के जरिए प्रदेश की सीमाओं प्रवेश करने वाले प्रवासियों को राज्य की सीमा में प्रवेश ना करने संबंधी आदेश जारी कर दिए हैं. उसी के मद्देनजर गाजियाबाद जिलाधिकारी शंकर पांडेय ने कल रात एक पत्र जारी करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, अपर जिला मजिस्ट्रेट, नगर मजिस्ट्रेट, सभी क्षेत्राधिकारी और संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सड़कों पर प्रवासी मजदूरों को ना चलने दिया जाए. इसके साथ ही जिलाधिकारी ने साफ निर्देश दिए हैं कि अगर सड़कों पर प्रवासी मजदूर पैदल चलते हुए दिखाई देते हैं, तो उनको सम्मान प्रोटोकॉल के अनुसार आश्रय स्थल में पहुंचाया जाए.
इसके साथ ही जिलाधिकारी ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया है कि वह अपने क्षेत्रों में लगातार भ्रमण पर रहे और अगर संबंधित थाना क्षेत्र में सड़कों पर पैदल मजदूर चलते हुए दिखाई देते हैं तो इसके उत्तरदायित्व संबंधित थाना प्रभारी होंगे. जिलाधिकारी के आदेश के बाद ईटीवी भारत की टीम मुरादनगर कस्बे के मेन रोड पर पहुंची. जहां पर लाॅकडाउन के पहले दिन से लगातार प्रवासी मजदूरों का पैदल आवागमन जारी है. जिलाधिकारी के आदेश के बाद कैसे हैं, मुरादनगर क्षेत्र की सड़कों के हालात, इसी को लेकर देखिए ग्राउंड जीरो से ईटीवी भारत की यह रिपोर्ट...