दिल्ली

delhi

ETV Bharat / city

गाजियाबाद: DM से वार्ता के बाद भी नहीं निकला समाधान, पेरेंट्स एसोसिएशन की हड़ताल जारी

गाजियाबाद में पेरेंट्स एसोसिएशन के पदाधिकारी और अभिभावक जिला मुख्यालय के बाहर भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं. जिलाधिकारी ने एसोसिएशन के पदाधिकारियों से भी बातचीत की लेकिन कोई हल नहीं निकला.

Parents Association strike continues even after talks with DM in Ghaziabad
गाजियाबाद में डीएम से वार्ता के बाद भी पेरेंट्स एसोसिएशन की हड़ताल जारी

By

Published : Sep 7, 2020, 6:02 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में पेरेंट्स एसोसिएशन के पदाधिकारी और अभिभावक जिला मुख्यालय के बाहर भूख हड़ताल और धरने पर बैठे हुए हैं. अभिभावकों का कहना है कि ना तो सरकार और ना ही स्कूल प्रबंधन उनकी सुनवाई कर रहा है. अपनी मांगों को लेकर पेरेंट्स एसोसिएशन के पदाधिकारी और अभिभावकों की भूख हड़ताल बीते 6 दिनों से जारी है. अब तक भूख हड़ताल पर बैठी दो की तबीयत खराब भी हो चुकी है जिसके बाद उनको अस्पताल में भर्ती भी कराया गया है.

गाजियाबाद में डीएम से वार्ता के बाद भी पेरेंट्स एसोसिएशन की हड़ताल जारी
बीते 6 दिनों से भूख हड़ताल पर गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा त्यागी बैठी हुई हैं. जबकि साधना सिंह और भारती शर्मा को भूख हड़ताल के दौरान तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती करवाया जा चुका है लेकिन आज साधना सिंह अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद दोबारा से भूख हड़ताल पर बैठ गई हैं.


पेरेंट्स एसोसिएशन की मांगों का समाधान निकालने के लिए जिलाधिकारी स्वयं धरना स्थल पर पहुंचे और एसोसिएशन के पदाधिकारियों और अभिभावकों से बातचीत की. करीब 15 मिनट चली वार्ता के बाद भी कोई समाधान नहीं निकल पाया.



ये हैं प्रमुख मांगे

  • लॉकडाउन के दौरान तमाम स्कूल बंद रहे ऐसे में अप्रैल मई-जून (एक-तिमाही) की फीस स्कूलों द्वारा माफ की जाए.
  • कक्षा 5 तक के विद्यार्थियों को ऑनलाइन क्लासेस दिए जाने पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए.
  • स्कूल ना खुलने तक फीस का निर्धारण ऑनलाइन दी जा रही शिक्षा के आधार पर किया जाए.
  • सरकारी विद्यालयों का जीर्णोद्धार किया जाए.
  • सभी निजी स्कूलों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम सख्ती से सुनिश्चित कराया जाए.



पेरेंट्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों और अभिभावकों का साफ तौर पर कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर जिला प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है तब तक उनकी भूख हड़ताल और धरना इसी तरह आगे भी जारी रहेगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details