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गाजियाबाद: फीस माफी की लड़ाई में अभिभावकों को मिला व्यापार मंडल का साथ

गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके में निजी स्कूलों में स्कूल की फीस बढ़ाने के विरोध में अभिभावकों और व्यापारियों ने प्रदर्शन किया. वहीं अभिभावक पहले से कहते आ रहे हैं कि वह लॉकडाउन के दौरान की फीस नहीं देंगे.

Parents and businessmen protest against hike of school fees in Private Schools of Ghaziabad news
विरोध प्रदर्शन

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Published : Aug 25, 2020, 5:58 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: जनपद गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके में अभिभावकों और व्यापार मंडल ने एक प्राइवेट स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया. अभिभावक पहले से कहते आ रहे हैं कि वह लॉकडाउन के दौरान की फीस नहीं देंगे. इस मांग में अब व्यापार मंडल ने भी अभिभावकों का साथ दे दिया है ओर प्रदर्शन में भी व्यापार मंडल के लोग मौजूद रहे. जिसमें मांग की जा रही है कि जब तक स्कूल नहीं खुलते हैं, तब तक की फीस माफ की जाए.

फीस बढ़ाने के विरोध में अभिभावकों और व्यापारियों ने प्रदर्शन किया

हालांकि इस मामले पर प्राइवेट स्कूल कैमरे पर कुछ नहीं बोल रहे हैं, लेकिन उनका पक्ष है कि सरकार की तरफ से माफी को लेकर कोई आदेश नहीं आया है. स्कूलों की तरफ से प्रशासन के सामने पहले ही ये दलील रखी जा चुकी है कि ऑनलाइन क्लासेस के दौरान बच्चों का सिलेबस पूरा कराया जा रहा है. उन्होंने अपने खर्चे बताते हुए किसी भी तरह की फीस माफी से पहले ही इंकार कर दिया था.


व्यापारी खुद भी हैं अभिभावक

व्यापारियों का कहना है कि वह खुद भी अभिभावक हैं और कोरोना की वजह से व्यापार पर बुरा असर पड़ा है, जिससे कमर टूट चुकी है. ऐसे में मोटी फीस जमा करना किसी भी अभिभावक के लिए मुमकिन नहीं है. इसलिए सरकार तक अपनी मांग पहुंचाने के लिए प्रोटेस्ट कर रहे हैं. पहले से ही अभिभावक इस लड़ाई को लड़ते आ रहे हैं, जिसमें व्यापार मंडल के साथ आ जाने से इस मांग का व्यापक रूप देखने को मिलेगा.


सोशल मीडिया पर भी मुहिम

बता दें कि इस मामले में पहले से ही अभिभावक सोशल मीडिया पर भी मुहिम चला रहे हैं. जिसमें मांग लगातार की जा रही है कि सरकार इस मामले में स्कूलों को इस तरह का निर्देश दे कि लॉकडाउन के दौरान की फीस माफ कर दी जाए. हालांकि अभी तक सरकार की तरफ से इस मामले में कोई औपचारिक बयान नहीं आया है. जितनी बार प्रशासन से अभिभावक मिले हैं, उन्हें मामले में सरकार तक बात पहुंचाने का आश्वासन मिलता रहा है.

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