नई दिल्ली/गाजियाबाद:उत्तर प्रदेश में वीकेंड लॉकडाउन का विस्तार किया गया है. कोरोना संक्रमण को देखते हुए सीएम योगी ने इसकी अवधि बढ़ा दी है. अब शुक्रवार की रात से मंगलवार सुबह सात बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा.
UP में बढ़ी वीकेंड लॉक डाउन की अवधि, इसके पहले योगी सरकार ने शुक्रवार रात से सोमवार सुबह सात बजे तक कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया था. प्रदेश सरकार ने सप्ताह में तीन दिन लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है. अब सभी जनपदों में शनिवार, रविवार और सोमवार को बाजार पूरी तरह से बंद रहेंगे. संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है.
क्या है आम लोगों की राय
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए इस फैसले को लेकर व्यापारी वर्ग, समाजसेवियों, आम जनता आदि की क्या कुछ राय है. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने विभिन्न वर्ग के लोगों से बातचीत की.
शिक्षाविद, शैलेषी सिंह का कहना है मौजूदा समय में लॉकडाउन की अवधि बढ़ाना बहुत ही जरूरी था और उत्तर प्रदेश सरकार ने सही समय पर फैसला लिया है. मौजूदा समय में कोरोना का कम्युनिटी स्प्रेड हो चुका है.
कोरोना के मामले बढ़ने के बाद स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा सी गई हैं. जनता के हित को देखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा उठाया गया कदम काफी सराहनीय है. असमी फाउंडेशन की संस्थापक डॉ भारती गर्ग का कहना है, महामारी चरम पर है, ऐसे में प्रदेश सरकार द्वारा वीकेंड लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाना एक सराहनीय कदम है.
कोरोना को नियंत्रित करना सरकार के लिए भी एक बड़ी चुनौती है. उम्मीद है लॉक डाउन की अवधि बढ़ने के बाद कोरोनावायरस की चैन तोड़ने में मदद मिलेगी नियंत्रित करने में सरकार को काफी सफलता मिलेगी.
कोरोना नियंत्रित में मिलेगी मदद
युवा समाजसेवी राघव गुप्ता का कहना है कि दिन-प्रतिदिन कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. एक तरफ अस्पतालों में बेड नहीं है तो वहीं दूसरी तरफ ऑक्सीजन की भी काफी किल्लत हो रही है.
लेकिन लॉकडाउन लगने के बाद लोग घरों में रहेंगे और कोरोना कि तेजी से फैल रहे संक्रमण पर लगाम लगी. हालांकि उद्योग धंधों पर इसका असर जरूर पड़ेगा लेकिन इस वक्त जान बचाना अधिक जरूरी है.
वरिष्ठ समाजसेवी लियाकत अली का कहना है कोरोना की चेन तोड़ने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यह कदम बेहद जरूरी था लेकिन सरकार को इस ओर भी ध्यान देना होगा कि लॉकडाउन के दौरान कालाबाजारी चरम पर पहुंच जाती है. ऐसे में गरीब लोगों को खासा परेशानी उठानी पड़ती है.