नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोरोना वायरस के संक्रमण पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से शासन से नामित नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन सी के द्वारा जिला मुख्यालय में दो चरणों में बैठक की गई. जनपद में ढाई सौ बेड के एल वन कोविड अस्पताल के लिए आईएमए के द्वारा 12 डॉक्टर और 12 नर्स की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी. चार वेंटिलेटर भी उपलब्ध कराए जाएंगे.
प्रथम चरण की बैठक में लिए गए फैसले
प्रथम चरण में नोडल अधिकारी द्वारा जनपद के आईएमए के प्रतिनिधियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक करते हुए उनका आह्वान किया कि कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए सभी जनपद वासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने में आईएमए के सभी सदस्यों का भी महत्वपूर्ण योगदान है.
संकट की इस घड़ी में उन्हें भी आगे हाथ बढ़ाकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का भरपूर सहयोग करना चाहिए. नोडल अधिकारी के इस आह्वान को आई एम ए के सदस्यों के द्वारा बहुत ही सकारात्मक रूप से लेते हुए जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन दिया गया.
जनपद में L1 कोविड अस्पताल ढाई सौ बेड का शुरू करने के उद्देश्य से आई एम ए के द्वारा 12 डॉक्टर और 12 स्टाफ नर्स स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराने के साथ-साथ चार वेंटिलेटर भी व्यवस्था कराने का आश्वासन नोडल अधिकारी को दिया गया है.
दूसरे चरण की बैठक में लिए गए फैसले
दूसरे चरण की बैठक नोडल अधिकारी के द्वारा दोपहर 3:00 बजे की गई. नोडल अधिकारी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जी की स्पष्ट मंशा है कि हम सभी को मिलकर कोरोना की मृत्यु दर को प्रत्येक स्तर पर घटाने के लिए विशेष प्रयास करने होंगे. उन्होंने समस्त प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि सभी अधिकारियों के द्वारा अधिक से अधिक फील्ड में रहकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाए ताकि जनपद में कोरोनावायरस के संक्रमण को फैलने से तत्काल प्रभाव से रोकने की कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके.
उन्होंने कहा कि यह एक सामजंस्य बैठक है ताकि सभी प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एक साथ मिलकर और अधिक क्षमता के साथ आगे कार्य करते हुए करोना मृत्यु दर को घटाने के लिए विशेष प्रयास कर सकें. इस संबंध में उन्होंने यह भी कहा कि L1 अस्पताल से L2 और L3 में मरीजों की हालत को देखते हुए समय रहते शिफ्टिंग का कार्य प्राथमिकता के आधार पर सभी चिकित्सकों के द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा ताकि कोरोना से होने वाली मृत्यु दर को कम किया जा सके.
उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जागरूकता कार्यक्रम प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए संचालित किया जाए ताकि आम नागरिकों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित किया जा सके.