नई दिल्ली/गाजियाबाद :मुरादनगर श्मशान घाट हादसे को 2 सप्ताह से भी अधिक समय बीत चुका है, लेकिन इस हादसे में दर्जनभर घायलों को अभी तक सरकार की ओर से किसी भी तरीके से आर्थिक सहायता नहीं मिली है. ऐसे में घर के कमाऊ व्यक्ति के बिस्तर पर लेट जाने से परिवारों पर आर्थिक संकट आ गया है. जिन मृतक जयराम के अंतिम संस्कार में यह हादसा हुआ था. उनके बेटे और इस मामले के वादी दीपक के गर्दन और कमर की हड्डी में गंभीर चोट आ जाने की वजह से वह बिस्तर पर आ गए हैं. जिसके बाद वह सरकार से आर्थिक सहायता की गुहार लगा रहे हैं.
श्मशान घाट हादसे के घायल बोले, 'नहीं मिली सरकारी सहायता, प्राइवेट नौकरी छूटने का डर' - श्मशान में घायलों को कोई सरकारी सहायता नहीं
ईटीवी भारत को श्मशान घाट हादसे के घायल और इस मामले की वादी दीपक ने बताया कि हादसे के 2 सप्ताह बाद भी उनको शासन की ओर से कोई भी मदद नहीं मिली है.
श्मशान घाट हादसे के घायल बोलें- ना हीं मिली सरकारी सहायता और अब प्राइवेट नौकरी के छूटने का भी सता रहा है डर
नौकरी जाने का सता रहा है डर
ईटीवी भारत को घायल दीपक की पत्नी प्रीति ने बताया कि वह कर्जा लेकर अपना घर चला रहे हैं, लेकिन वहीं दूसरी ओर पति के बेड रेस्ट पर होने की वजह से उनकी नौकरी भी छूटने का डर सता रहा है. इसके साथ ही प्रशासन के अधिकारी भी उनके मेडिकल के कागजों में कमियां बता कर उनकी मदद करने से इंकार कर रहे हैं.
Last Updated : Jan 21, 2021, 12:38 PM IST