नई दिल्ली/गाजियाबाद :एक तरफ जहां पूरा देश स्वच्छ भारत अभियान में जुटा हुआ है, तो वहीं दूसरी ओर गाज़ियाबाद की एक महिला प्रशासनिक अधिकारी ने सुखद पहल की है. गाज़ियाबाद की मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल की दूरदर्शी सोच ने महिलाओं की जिंदगी में परिवर्तन लाने की पहल की है. सीडीओ की पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं में जहां एक ओर स्वच्छता का स्तर बढ़ेगा, तो वहीं दूसरी तरफ महिलाओं को आर्थिक तौर पर भी मजबूती मिलेगी.
कोरोना काल में लोगों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है कि विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सके. मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल ने स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की पहल की है. इसके माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी. राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (National Rural Health Mission) के तहत सहायता समूह के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली तकरीबन 30 से 40 महिलाओं को रोजगार का साधन उपलब्ध कराया गया है. दरअसल, पांच स्वयं सहायता समूह के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली महिलाओं से आर्गेनिक सैनिट्री पैड बनवाए जा रहे हैं.
मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल ने बताया स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से कॉटन सैनिट्री पैड्स (Sainatary Pads) बनवाए जा रहे हैं. सैनिट्री पैड्स को 'निरा' नाम दिया गया है, जो कि पूरी तरह आर्गेनिक (Organic Saintary Pads) हैं. एक संस्था ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को ऑर्गेनिक सैनिट्री पैड्स बनाने का प्रक्षिक्षण दिया. आपको बता दें कि आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले सेनेटरी पैड बायोडिग्रेडेबल नहीं होते हैं, जिससे पर्यावरण को क्षति पहुंचती है.