नई दिल्ली :दिल्ली पुलिस ने रेडियोऐक्टिव गुणों वाला एंटीक आइटम देने का झांसा देकर 9 करोड़ की ठगी मामले का खुलासा कर दिया है. पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने इस मामले में मास्टरमाइंड समेत दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान अमित गुप्ता और गणेश इंगोले के रूप में हुई है. आरोपी ग़ाज़ियाबाद और मुम्बई के रहने वाले हैं.
ईओडब्लू की ज्वॉइंट कमिश्नर छाया शर्मा ने शनिवार को गिरफ्तारियों की जानकारी देते हुए बताया कि अप्रैल 2020 में शिकायतकर्ता गौतम पुरी ने ईओडब्लू को दी गई शिकायत में बताया था कि आरोपी अमित गुप्ता और राकेश गोयल उससे मिले थे. उन्होंने एंटीक आईटम जैसे राइस पुलर, रेडियो एक्टिव मिरर और अन्य एंटीक आर्टिकल्स के सेल का झांसा दिया था.
रेडियोएक्टिव गुणों वाला एंटीक आइटम देने का झांसा देकर 9 करोड़ की ठगी, दो आरोपी गिरफ्तार
आगे उन्होंने पीड़ित की मीटिंग गणेश इंगोले, सत्यनारायण अनोरिया और अन्य लोगों के साथ कराई. जिन्होंने खुद को इंडियन और फॉरेनर साइंटिफिक इंस्टीट्यूशन से अफिलिएटेड बताते हुए एंटीक आइटम की वास्तविकता की जांच के लिए अधिकृत बताया था. उन्होंने बताया कि एंटीक आइटम की वास्तविकता की जांच केवल BARC यानी भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर के साइंटिस्ट ही कर सकते हैं. इसके लिए डीआरडीओ और आर्कियोलॉजिकल लैबोरेटरी के रूल्स और रेगुलेशन हैं. जिसके तहत ही वास्तविकता का सत्यापन किया जा सकता है.
रेडियोएक्टिव गुणों वाला एंटीक आइटम देने का झांसा देकर 9 करोड़ की ठगी, दो आरोपी गिरफ्तार
आरोपियों ने उन्हें आश्वस्त किया कि एंटीक आईटम की इंटरनेशनल मार्केट में कीमत 11 करोड़ रुपए प्रति इंच है, लेकिन शुरुआत में इसके टेस्टिंग के खर्चों को उठाना पड़ेगा. जिसके बाद पीड़ित कई गुना ज्यादा प्रॉफिट देखते हुए उनके प्रभाव में आ गया. पीड़ित ने टेस्टिंग के नाम पर चेक, आरटीजीएस और कैश के माध्यम से अमित गुप्ता, गणेश इंगोले, राकेश गोयल और सत्यनारायण अनोरिया सहित अन्य लोगों को 9 करोड़ रुपए का भुगतान किया. लेकिन उन्होंने कोई टेस्ट नहीं किया और साजिशन उनसे ठगी को अंजाम दिया.
रेडियोएक्टिव गुणों वाला एंटीक आइटम देने का झांसा देकर 9 करोड़ की ठगी, दो आरोपी गिरफ्तार
शिकायत के आधार पर मामला दर्ज करके आर्थिक अपराध शाखान के डीसीपी राजीव रंजन के मार्गदर्शन में एसीपी नगीन कौशिक की देखरेख में इंस्पेक्टर भंवर सिंह, हेड कॉन्स्टेबल रामकेश और कॉन्स्टेबल प्रवीण की टीम बनाई गई. जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी अमित गुप्ता, गणेश इंगोले ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर एंटीक आइटम के रेडिओ एक्टिव गुणों की जांच के नाम पर पैसे लिए थे. उन्होंने आगे नासा और वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल आर्गनाइजेशन को रिसर्च और डेवलपमेंट के लिए बेचने का झांसा दिया था. आरोपियों ने फर्जी डॉक्युमेंट्स के आधार पर खुद को भारतीय और विदेशी वैज्ञानिक संस्थाओं से सम्बद्ध बताया था.
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पुलिस ने आरोपियों के बैंक अकाउंट्स की जांच से शिकायतकर्ता के आरोपों की पुष्टि की. इसके बाद पुलिस आरोपियों की तलाश में लग गई. जांच के दौरान पुलिस को अमित गुप्ता और गणेश इंगोले के खिलाफ जयपुर और राजस्थान में दर्ज कई मामलों में न्यायिक हिरासत में होने का पता चला. जिसके बाद पुलिस ने संबंधित कोर्ट से आवश्यक अनुमति प्राप्त कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है.