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गाजीपुर बॉर्डर पर हाेली और ईद के बाद नवरात्रि मना रहे किसान - गाजीपुर बॉर्डर

कृषि कानूनों की वापसी और पर कानून की मांग को दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर समेत राजधानी दिल्ली न्यूनतम समर्थन की विभिन्न सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है. किसानों के आंदोलन को 10 महीने से अधिक हो चुके हैं. बीते 10 महीने के आंदोलन के दौरान गाज़ीपुर बॉर्डर पर किसान होली, ईद समेत कई त्योहार मना चुके हैं.

मां की आराधना में लीन किसान.
मां की आराधना में लीन किसान.

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Published : Oct 8, 2021, 9:10 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: शारदीय नवरात्रि (Sharadiya Navratri) गुरुवार से शुरू हो चुकी हैं. गाजीपुर बॉर्डर पर भी आंदोलनकारी किसान नवरात्रि में पूजा अर्चना कर रहे हैं. बॉर्डर पर मंदिर की स्थापना की गई है. जहां पर किसान भजन कीर्तन करते हैं. इतना ही नहीं आंदोलनकारी किसान व्रत भी रख रहे हैं. नवरात्र का व्रत करने वाले किसानों के लिए विशेष रूप से सात्विक भोजन तैयार किया जा रहा है.

भारतीय किसान यूनियन के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह यादव ने बताया किसान जब खेतों में काम करता है तब भी नवरात्रि में नौ दिनों का व्रत रखता है. अभी गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन कर रहे हैं. यहां भी किसान व्रत रख रहे हैं. राजवीर ने कहा कि धर्म व्यक्ति के आचरण में नजर आना चाहिए. हम किसी भी परिस्थिति में हों अगर हम विचारों से धार्मिक हैं तो हम कहीं भी जाकर धर्म का पालन कर सकते हैं..

गाजीपुर बॉर्डर पर मां की भक्ति में लीन किसान.

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उन्हाेंने कहा कि आंदोलन के शुरुआती दिनों से सभी धर्मों के त्योहार काे भाई चारे के साथ गाजीपुर बॉर्डर पर किसान मनाते आ रहे हैं. नवरात्रि की शुरुआत होने के बाद सभी धर्मों के लोग गाजीपुर बॉर्डर पर धूमधाम से नवरात्र मना रहे हैं.
भारतीय किसान यूनियन के गाजियाबाद जिलाध्यक्ष विजेंदर सिंह ने बताया नवरात्रि के दौरान गाजीपुर बॉर्डर पर किसान मां की पूजा अर्चना कर रहे हैं.

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किसान मां से प्रार्थना कर रहे हैं कि मां सरकार को सद्बुद्धि दें और सरकार किसानों की परेशानियों को सुने. इसका समाधान निकालने के लिए वार्ताओं का दौर शुरू करें. मां के सामने किसान अर्जी लगा रहे हैं कि जल्द सरकार तीनों कृषि कानूनों को रद्द करें.

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