नई दिल्ली/गाजियाबाद : देशभर में 28 मार्च को मुस्लिम समुदाय शब-ए-बरात का त्योहार मनाएंगे. इसको लेकर यह मान्यता है कि इस दिन खुदा अपने बंदों के काफी नजदीक होता है और उनकी सभी दुआएं कबूल होती हैं. ऐसे में मुस्लिम धर्मगुरु मुफ्ती मजहर कासमी ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से इस रात मुरादनगर श्मशान घाट हादसे में जान गंवा चुके 24 मृतकों की आत्मा की शांति के लिए दुआ करने की अपील की है.
श्मशान घाट हादसे के मृतकों के लिए करें दुआएं ये भी पढ़ें :मुस्लिम धर्मगुरु की अपील- सादगी और आपसी भाईचारे से मनाएं होली और शब-ए-बरात का त्योहार
इस रात होती है गुनाहों की माफी
मुरादनगर के मशहूर मलिक नगर मदरसे के मुफ्ती मजहर कासमी ने बताया कि शब-ए-बरात का मतलब यह है कि खुदा इस दिन पूरी साल में जो लोग तमाम हादसों में इस दुनिया से चले गए हैं. उनकी फेहरिस्त (लिस्ट) बनाकर फरिश्तों के हाथों में दे देता है. जिनके गुनाहों की माफी की जाती है. इस दिन जिन लोगों से अनजाने में कोई गुनाह हो जाता है. वह लोग अपने घरों में पूरी रात नमाज अदा करके अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं.
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मुफ्ती मजहर कासमी का कहना है कि इस त्योहार को लेकर वह खासकर युवाओं से अपील करते हैं कि वह रातों को अनावश्यक घरों से बाहर न घुमें. किसी भी तरीके से हुड़दग न करें. पूरी रात अपने घरों और मस्जिद में खुदा की इबादत करें.
हादसों में जान गंवा चुके लोगों के लिए करें दुआ
मुफ्ती का कहना है कि इस पाक त्योहार पर मुरादनगर श्मशान घाट हादसे में और जो अन्य हादसों में अपनी जान गंवा चुके हैं. उन लोगों की आत्मा की शांति के लिए सभी मुस्लिम समुदाय के लोग दुआएं करें.