नई दिल्ली/गाजियाबाद: प्रवासी मजदूर जब अलग-अलग राज्यों से देश की राजधानी दिल्ली आए थे, तो रोजी रोटी कमाने का बड़ा सपना था. लेकिन लॉकडाउन हुआ, तो सब कुछ बदल गया. अब सिर्फ एक ही सपना रह गया है कि अपने घर वापस जाना है. इसी कड़ी में गाजियाबाद से बिहार के लिए रवाना हो रही ट्रेन में ईटीवी भारत की टीम ने यात्रियों से बात की.
ट्रेन खुलने से पहले ETV भारत से बोले प्रवासी- भूख प्यास ने कर दिया बेबस
गाजियाबाद से बिहार के लिए रवाना हो रही ट्रेन में ईटीवी भारत की टीम ने यात्रियों से बात की. उन्होंने बताया कि भूख प्यास ने काफी बेबस कर दिया था, इसलिए वापस जा रहे हैं. रात करीब 9:30 बजे ट्रेन रवाना हुई.
एक महिला मजदूर ने बताया कि भूख प्यास ने काफी बेबस कर दिया था, इसलिए वापस जा रहे हैं. वहीं दूसरी महिला मजदूर का कहना था कि बीते हुए दिनों को याद करके भी डर लगता है. मजदूरों से बात करते हुए ईटीवी भारत की टीम को ट्रेन में बीटेक छात्रा भी मिली. छात्रा का कहना था कि घर पर परिवार इंतजार कर रहा है. आखिरकार घर लौटने का पल आ गया, जो किसी सपने के पूरे होने से कम नहीं है. ट्रेन में जा रहे ये प्रवासी यात्री अब, सरकार से काफी संतुष्ट हैं. रात करीब 9:30 बजे ट्रेन रवाना हुई.
जारी है पलायन
भले ही हजारों की संख्या में मजदूरों को उनके होमटाउन पहुंचाने की व्यवस्था रेल या बसों से की जा रही हो, लेकिन लाखों की संख्या में अभी भी ऐसे मजदूर हैं, जो पलायन करते हुए दिखाई दे रहे हैं. देश के अलग-अलग हिस्सों की संख्या जोड़ दें, तो यह लाखों में होगी.