नई दिल्ली/गाजियाबाद: बुधवार को हुई भारी बारिश के बाद गाजियाबाद के कई इलाकों में जलभराव की स्तिथि देखने को मिली. जिसके कारण लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ा. एक तरफ सड़कों पर भरे पानी के कारण वाहन बंद हो गए तो, वहीं दूसरी तरफ पैदल चलने वाले लोगों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ी.
बरसात के मौसम से पहले नगर निगम नालों की सफाई कराने के लाख दावे करता है, लेकिन हर साल जलभराव की समस्या निगम के दावों की पोल खोल देती है.
महापौर ने अपर नगर आयुक्त को लिखा पत्र
खबर का असर
चंद घंटों की बारिश के बाद जब गाजियाबाद के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई, तब ईटीवी भारत ने लोगों को हो रही समस्या को लाइव दिखाया. ईटीवी भारत पर खबर चलने के बाद नगर निगम हरकत में आया. हमारी खबर पर संज्ञान लेते हुए नगर निगम की महापौर आशा शर्मा ने अपर नगर आयुक्त को पत्र लिख फटकार लगाई है.
महापौर का पत्र
महापौर आशा शर्मा ने अपर नगर आयुक्त को भेजे गए पत्र में कहा है कि बरसात शुरू होने से पहले मेरे द्वारा नाले अच्छी तरह और वास्तव में साफ करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन लगता है, ऐसा हुआ नहीं और जिसके कारण शहर में जगह-जगह जलभराव हुआ. इसका मुख्य कारण रहा कि नाले की सफाई अधिकांश जगह दिखावे के लिए हुई. जलभराव का एक मुख्य कारण नालों पर अतिक्रमण है. जहां नालों पर अतिक्रमण है, वहां बिना अतिक्रमण हटाए नाले की सफाई हो ही नहीं सकती. इसलिए नालों से तत्काल अतिक्रमण हटाया जाए और नाले की सफाई कराई जाए. साथ ही यह भी पता किया जाए कि जहां जलभराव हुआ है. वहां नाले की सफाई का निरीक्षण करने की जिम्मेदारी किसकी थी और ऐसे लापरवाह व्यक्ति पर उचित कार्यवाई की जाए.
चंद घंटों की बारिश में जहां एक तरफ सड़कें पानी से लबालब हो गई. वहीं दूसरी तरफ लोगों के घरों में पानी घुसा, जिससे घर का सामान खराब हो गया और लोगों को आर्थिक क्षति हुई है.