नई दिल्ली/गाजियाबादः लॉकडाउन के चलते नगर निगम गाजियाबाद की महापौर आशा शर्मा ने जन सेवा करने के लिए घर पर रहकर अपनी पुत्रियों के साथ मिलकर मास्क बनाए. यह मास्क कपड़े के बनाये गए. एक दिन में लगभग 35-40 मास्क बनाये और अपने घर के सामने से गुजर रहे गरीब व रिक्शा चालकों को वितरित किए.
गाजियाबादः महापौर आशा शर्मा ने खुद बनाए मास्क, गरीबों को बांटे - सोशल डिस्टेंसिंग
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए गाजियाबाद नगर निगम महानगर के विभिन्न इलाकों में सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव करा रहा है. दूसरी तरफ मजदूरों के ठहरने के लिए आश्रय स्थल बनाए गए हैं. जबकि निगम की महापौर आशा शर्मा गरीब लोगों के लिए स्वयं फेस मास्क बना रही हैं और वितरित कर रही हैं.
महापौर ने मास्क वितरण करते समय लोगों को बताया कि मास्क लगाकर ही बाहर जाएं. उन्होंने कहा कि प्रत्येक घंटे हाथ धोते रहें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. महापौर लॉकडाउन के दौरान जन सेवा में पूर्ण रूप से लगी हुई हैं. महापौर के परिवार ने कोरोना आपदा में प्रधानमंत्री राहत कोष में भी योगदान दिया है. साथ ही गरीबों को रोज भोजन भी वितरित किया जा रहा है.
महापौर आशा शर्मा ने जनता से अपील भी की है कि परिवार का हर सदस्य मात्र 100 रु प्रधानमंत्री राहत कोष में योगदान दें. उन्होंने कहा कि सिर्फ इतने ही राशि देने से कोष की राशि करोड़ो में होगी. जिससे इस आपदा के समय कोरोना वायरस से और मजबूती के साथ लड़ा जाएगा.