नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से गरीब, मजदूर लोगों को बचाने के लिए नेहरू युवा केंद्र गाजियाबाद से संबंध महिला उन्नति प्रशिक्षण संस्थान की अध्यक्ष दुर्गेश शर्मा ने घर में बेकार पड़ी पानी की टंकी से एक मास्क बैंक बनाया है.
गाजियाबाद: पानी की बेकार टंकी से गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए बनाया मास्क बैंक - महिला उन्नति प्रशिक्षण संस्थान
महिला उन्नति प्रशिक्षण संस्थान की अध्यक्ष दुर्गेश शर्मा ने बेकार पानी की टंकी से मास्क बैंक बनाया है. जिससे कि गरीब, मजदूर या जरूरतमंद लोग यहां से फ्री मास्क ले सकें
जिसका उद्घाटन नेहरू युवा केंद्र के लेखाकार मुकुंद वल्लभ शर्मा ने फीता काटकर किया है. इस मास्क बैंक को बनाने का उद्देश्य यह है कि इसमें गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए फ्री मास रखे जाएंगे या फिर जो लोग संपन्न हैं. वह इसमें मास्क खरीदकर रख सकते हैं. जिससे कि आने जाने वाले राहगीर या जरुरतमंद लोग यहां से मास्क लेकर खुद को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा सकते हैं. इस मास्क बैंक को सार्वजनिक स्थल पर रखा गया है.
ईटीवी भारत को नेहरू युवा केंद्र गाजियाबाद के लेखाकार मुकुंद बल्लभ शर्मा ने बताया कि अनलॉक 5 के दौरान देश में काफी कुछ खुल चुका है. लेकिन ऐसे में कोरोना के मामले भी बढ़ रहे हैं. कोरोना से बचाव ही उसका इलाज है. इसलिए उन्होंने आज एक मास्क बैंक का उद्घाटन किया है. जिसको महिला उन्नति प्रशिक्षण संस्थान की अध्यक्ष दुर्गेश शर्मा ने बनाया है. इसको बनाने का उद्देश्य यह है कि कोई भी गरीब, मजदूर या राहगीर जिसने मास्क नही पहना है. वह इसमें से मास्क ले सकता है. वहीं दूसरी ओर जो लोग संपन्न हैं. वह मास्क डोनेट भी कर सकते हैं.
पानी की बेकार टंकी से बनाया मास्क बैंक
ईटीवी भारत को नेहरू युवा केंद्र के डिस्ट्रिक्ट युवा कोऑर्डिनेटर देवेंद्र कुमार ने बताया कि उनके सहयोगी संस्था महिला उन्नति प्रशिक्षण संस्थान के सहयोग से मास्क बैंक तैयार किया गया है. यह उन लोगों के लिए है. जो मास्क खरीदने में सक्षम नहीं है और पार्क के आसपास से जाते समय यहां से मास्क ले सकें.
गरीब जरूरतमंद ले सकेंगे फ्री मास्क
ईटीवी भारत को महिला उन्नति प्रशिक्षण संस्थान की अध्यक्ष दुर्गेश शर्मा ने बताया कि उनके मन में मास्क बैक बनाने का विचार उस समय आया था. जब उन्होंने वेस्ट से बेस्ट पर आधारित थीम के दौरान बेकार चीजों से उपयोगी चीज बनाने की प्रतियोगिता की थी. इस दौरान उन्होंने देखा कि उनके घर में एक पानी की टंकी बेकार हो चुकी है. जिसका उन्होंने मास्क बैंक बनाने में इस्तेमाल किया है. जिसमें मास्क, सैनिटाइजर और लोगों से डोनेट की हुई चीज रखी जाएंगी.