नई दिल्ली/गाजियाबाद :राजधानी दिल्ली से सटेगाजियाबाद के बम्हेटा में 40 गांवों के किसानों की पंचायत हो रही है. किसानों ने आरोप लगाया था कि उनकी जमीन पर जबरन कब्जा किया जा रहा है और डराने-धमकाने का काम किया जा रहा है. यहीं नहीं, किसानों पर फर्जी मुकदमे दर्ज करने का भी आरोप है. इस महापंचायत में किसानों के अलावा कांग्रेस पार्टी के नेता भी शामिल हुए हैं.
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कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने दिया किसानों को समर्थन कांग्रेस के जिला अध्यक्ष बिजेंद्र यादव का कहना है कि किसानों को इंसाफ दिलाने के लिए महापंचायत में शामिल होने पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि किसानों पर फर्जी मुकदमे लगाए जा रहे हैं. हाल ही में कुछ किसानों को जेल भी भेज दिया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि निजी बिल्डर के साथ मिलीभगत करके किसानों का हक छीना जा रहा है. गांव के किसानों का कहना है कि मुकदमे वापस होने चाहिए, नहीं तो सभी गांव के किसान एकजुट हो रहे हैं और एक नया आंदोलन शुरू होगा.
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वकीलों ने भी दिया समर्थन
करीब पांच दिन पहले जब किसानों पर मुकदमा दर्ज करने की बात सामने आई थी, तो वकीलों ने भी किसानों को अपना समर्थन दिया था और जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया था. कुल मिलाकर यह नजर आ रहा है कि एक तरफ कृषि कानूनों को लेकर चल रहा आंदोलन है, तो दूसरी तरफ किसानों का दूसरा आंदोलन भी तैयार हो रहा है. देखना यह होगा कि प्रशासन इसे कैसे निपट पाता है. क्योंकि प्रशासन ने दलील दी है कि जिन किसानों पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं, उन्होंने सरकारी काम में बाधा उत्पन्न की थी.