नई दिल्ली/गाजियाबाद: यूपी के गाजियाबाद में एक बार फिर पुलिस और अधिवक्ता आमने-सामने आ गए हैं. मामला शालीमार गार्डन पुलिस चौकी से जुड़ा हुआ है. गाजियाबाद कोर्ट के वकील महकार कसाना ने आरोप लगाया है कि शालीमार गार्डन चौकी के इंचार्ज एक आरोपी को बचा रहे हैं. आरोप है कि उस व्यक्ति ने वकील महकार कसाना के साथ पुलिस चौकी में ही बदसलूकी की और जान से मारने की धमकी दी.
गाजियाबाद: वकील और पुलिस आमने-सामने, चौकी इंचार्ज को सस्पेंड करने की मांग - चौकी इंचार्ज सस्पेंशन की मांग
गाजियाबाद में एक बार फिर पुलिस और अधिवक्ता आमने-सामने आ गए हैं. मामला शालीमार गार्डन पुलिस चौकी से जुड़ा हुआ है. वकील महकार कसाना का कहना है कि चौकी इंचार्ज ने किसी दबाव में आरोपी का साथ दिया है. इसलिए चौकी इंचार्ज को भी मामले में सस्पेंड किया जाना चाहिए.
![गाजियाबाद: वकील और पुलिस आमने-सामने, चौकी इंचार्ज को सस्पेंड करने की मांग Lawyers and police confrontation demanding suspension of post in-charge in Ghaziabad](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-8682044-thumbnail-3x2-hjhgui.jpg)
इस विषय में जब वकील की तरफ से चौकी में शिकायत दर्ज कराई गई तो आरोपी पर मामूली धारा में मुकदमा दर्ज कर दिया गया. वकील महकार कसाना का कहना है कि चौकी इंचार्ज ने किसी दबाव में आरोपी का साथ दिया है. इसलिए चौकी इंचार्ज को भी मामले में सस्पेंड किया जाना चाहिए. इस विषय में अधिवक्ताओं का एक पैनल एसएसपी ऑफिस में एसपी देहात नीरज कुमार जादौन से मिला. मामले में जल्द कार्रवाई की मांग की गई है. वकील महकार कसना का कहना है कि जब तक चौकी इंचार्ज को सस्पेंड नहीं किया जाता, तब तक कोर्ट में धरना प्रदर्शन किया जाएगा.
जांच का दिया आश्वासन
शिकायत सुनने के बाद अधिकारियों ने जांच का आश्वासन दिया है. साथ ही वकीलों को धैर्य रखने के लिए कहा गया है. मामले में निष्पक्ष रुप से जांच करके संबंधित कार्रवाई की बात कही जा रही है. देखना यह होगा कि मामले में पुलिस कब तक किसी नतीजे तक पहुंचती है. हालांकि, इस बीच स्थानीय चौकी इंचार्ज ने कहा है कि जो भी उचित धाराएं बनती थीं, उन्हीं के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है. चौकी इंचार्ज ने वकील के आरोपों को गलत बताया है.