नई दिल्ली/गाजियाबाद:मोदीनगर के एसआरएम कॉलेज को कोविड-19 L1 अस्पताल बनाने की तैयारियां काफी समय से जिला प्रशासन द्वारा की जा रही थी, जिसका आज शुभारंभ किया जाएगा, नोडल अधिकारी द्वारा स्वास्थ सेवाओं को और बेहतर बनाने के दिशा निर्देश दिए गए हैं. जिनका नोडल अधिकारियों के साथ जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने निरीक्षण किया.
एस.आर.एम कॉलेज में बनाया गया L-1 अस्पताल कोविड-19 की रोकथाम के लिए की गई बैठक
कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए जिलाधिकारी शंकर पांडे के निर्देश पर जनपद में निरंतर कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है, इसी को लेकर 3 जुलाई को कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद के नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन सी की अध्यक्षता में बैठक हुई.
बैठक में नोडल अधिकारी द्वारा जनपद में चल रहे कोरोनावायरस संक्रमण की रोकथाम हेतु कोविड-19 से ग्रस्त मरीजों को उपचार मैनेजमेंट पर विस्तार से चर्चा हुई. इस अवसर पर उन्होंने स्वास्थ विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोविड-19 की रोकथाम के लिए हम सबको मिलकर एक सार्थक प्रयास करना होगा.
स्वास्थ्य सेवाओं में तेजी लाने के दिए निर्देश
कोविड-19 कार्य में तेजी लाने के उद्देश्य से नोडल अधिकारियों द्वारा जनपद के जिला स्तरीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं, उन्होंने कोविड 19 महामारी की रोकथाम के लिए समस्त स्वास्थ्य सुविधाएं और अस्पतालों में व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने के निर्देश दिए.
बैठक में नोडल अधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि कोरोना संक्रमण से ग्रस्त मरीजों के उपचार में किसी भी तरीके की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, इसलिए जैसे ही ऐसी जानकारी मिलती है कि कोई कोरोना संक्रमण से ग्रस्त है, उसका तत्काल प्रभाव से L1, L2 और L3 अस्पताल में रेफर कर इलाज कराना सुनिश्चित किया जाए, जिससे किसी प्रकार के उपचार में देरी न हो सकें.
कोराना संक्रमित व्यक्ति को तुरंत मिलें इलाज
बैठक में नोडल अधिकारी द्वारा पाया गया कि जनपद गाजियाबाद में स्वास्थ्य सेवाएं मानकों के अनुरूप चल रही हैं, उन्होंने समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोरोना वायरस से बचाव, जागरूकता और इसके बचाव संबंधी व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए. इसी क्रम में नोडल अधिकारी द्वारा एसआरएम कॉलेज मोदीनगर का निरीक्षण किया गया जो L1 अस्पताल के लिए सुरक्षित रखा गया है.
शुभारंभ से पहले किया निरीक्षण
नोडल अधिकारी और जिलाधिकारी द्वारा कोरोना संक्रमित सभी व्यक्तियों का कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुसार समय पर इलाज संभव हो सके, इसीलिए एसआरएम कॉलेज मोदीनगर जोकि कोविड-19 के रूप में विकसित किया गया है, उसका निरीक्षण भी किया गया हैं. एसआरएम कॉलेज में 400 बेड की व्यवस्था है जिसमें कोविड-19 के प्रोटोकॉल को लेकर सभी व्यवस्थाएं उपलब्ध हैं. जो आज 4 जुलाई से प्रभावी रूप से शुरू हो जाएगा.