बरसात में घटी मंडी में सब्जियों की आवक, दामों में उछाल
दिल्ली से सटे गाजियाबाद में रोजाना सब्जियों और फलों के दामों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. पुरानी सब्जी मंडी वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष श्रीपाल यादव ने बताया बरसात का मौसम शुरू होने के बाद सब्जियों के रेटों में उछाल आया है.
बरसात में घटी मंडी में सब्जियों की आवक
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Published : Aug 3, 2022, 10:29 PM IST
नई दिल्ली/गाजियाबाद :बरसात के मौसम के चलते सब्जी मंडी में सब्जियों के दामों में इजाफा देखने को मिल रहा है. हरी सब्जियों के साथ-साथ टमाटर के दाम भी दोगुने हो गए हैं. बरसात के मौसम में खेतों में पानी भरने और सब्जियों का फूल नष्ट होने के चलते मंडी में सब्जियों की आवक कम हुई है.
पुरानी सब्जी मंडी वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष श्रीपाल यादव ने बताया बरसात का मौसम शुरू होने के बाद सब्जियों के रेटों में उछाल आया है. सब्ज़ियों का फूल बारिश में मर जाता है. बरसात से पहले सब्जियों के लिए काफी कम थे लेकिन मौसम खराब होने के बाद सब्जियों के रेट में बढ़ोतरी हुई है. लगभग सभी सब्ज़ियों के रेट में डेढ़ से दोगुना इजाफा देखने को मिल रहा है. सब्जियों पर महंगाई तकरीबन एक महीने तक बरकरार रहेगी. मंडी में टमाटर हिमाचल और बेंगलुरु से आ रहा है.
जानें सब्जियों और फलों के दाम
गाजियाबाद में सब्जी के दामों में इजाफा :
सब्जी के नाम
यूनिट
न्यूनतम दाम
अधिकतम दाम
बैगन
प्रति किलो
20 रुपये
40 रुपये
खीरा
प्रति किलो
20 रुपये
30 रुपये
गोभी
प्रति किलो
80 रुपये
100 रुपये
टमाटर
प्रति किलो
20 रुपये
40 रुपये
धनिया
प्रति किलो
50 रुपये
100 रुपये
बैगन
प्रति किलो
45 रुपये
60 रुपये
पत्ता गोभी
प्रति किलो
40 रुपये
55 रुपये
कद्दू
प्रति किलो
20 रुपये
30 रुपये
तोरी
प्रति किलो
20 रुपये
35 रुपये
भिंडी
प्रति किलो
20 रुपये
40 रुपये
करेला
प्रति किलो
40 रुपये
50 रुपये
लौकी
प्रति किलो
20 रुपये
30 रुपये
कटहल
प्रति किलो
40 रुपये
55 रुपये
शिमला मिर्च
प्रति किलो
40 रुपये
80 रुपये
नींबू
प्रति किलो
100 रुपये
120 रुपये
अदरक
प्रति किलो
80 रुपये
100 रुपये
लहसून
प्रति किलो
100 रुपये
120 रुपये
अरबी
प्रति किलो
25 रुपये
40 रुपये
यादव ने बताया जून-जुलाई में मौसम बदलता रहता है. कभी तेज़ गर्मी, तो कभी बारिश के चलते मौसम ठंडा हो जाता है. सब्ज़ी का फूल बारिश से मर जाता है. ऐसे में मंडी में सब्जी की आवक कम हो जाती है और सब्जी की आपूर्ति कम हो जाती. जिसकी वजह से रेट में उछाल आ जाता है.
बरसात में घटी मंडी में सब्जियों की आवक
सब्ज़ी विक्रेताओं का कहना है कि मौजूदा समय में हरी सब्ज़ियों की कीमतों में काफी फर्क आया है. सब्जी की कीमतों में उछाल आने से दुकानदारी पर भी खासा असर पड़ रहा है. दुकानदारी की कमाई भी कम हुई है. आमतौर पर सब्जी मंडी में लोग सस्ती कीमतों पर सब्जी खरीदने के लिए आते हैं लेकिन मौजूदा समय में मंडी में भी सब्जियों के लिए आसमान छू रहे हैं.