नई दिल्ली: इंडियन रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर्स एसोसिएशन (इरिपा) के कॉन्टैक्टर्स ने राष्ट्रव्यापी आंदोलन करने का निर्णय लिया है. आंदोलन के तहत 6 मार्च 2020 को 1 दिन की सांकेतिक हड़ताल की जाएगी और इस पूरे दिन देश में किसी भी साइट पर किसी भी रेल परियोजना का निर्माण कार्य नहीं होगा.
IRIPA करेगा देश भर में हड़ताल
'नहीं किया जा रहा बिलों का भुगतान'
इरिपा के पदाधिकारियों के मुताबिक इरिपा देशभर में रेल परियोजनाओं का निर्माण कर रहे कॉन्टैक्टर्स और रेलवे को तमाम अन्य सुविधाएं दे रही है. लेकिन सप्लायर्स को उनके बिलों का पिछले कई महीनों से भुगतान या तो किया नहीं जा रहा है या आटे में नमक के बराबर किया जा रहा है. हालत ये हो गई है कि कॉन्टैक्टर्स का हजारों करोड़ों रुपये फंसा हुआ है. जिस कारण परियोजनाओं की गति थम सी गई है और आगे निर्माण का काम करना मुश्किल हो रहा है. रेलवे के सभी 16 जोनों और 62 डिवीजनों में एक जैसा हाल है. इसी को लेकर एसोसिएशन ने राष्ट्रव्यापी आंदोलन करने का निर्णय लिया है.
बकाया बिलों का भुगतान करने की होगी मांग
इरिपा पदाधिकारियों ने बताया कि 6 मार्च को होने वाली सांकेतिक हड़ताल के दिन इरिपा दिल्ली समेत देश के सभी जोनल और डिवीजन कार्यालय पर रेल मंत्री व रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को संबंधित ज्ञापन दिए जाएंगे. जिसमें मुख्य मांग होली के त्योहार से पहले कॉन्टैक्टर्स के बकाया बिलों का भुगतान करने की होगी. यदि सरकार ने सांकेतिक हड़ताल को गंभीरता से नहीं लिया, तो पूरे देश में रेल परियोजनाओं की साइट पर कांट्रेक्टर, इंजीनियर, श्रमिक, कर्मचारी काली पट्टी बांधकर काम करेंगे और अपना विरोध प्रदर्शित करेंगे.
कब होगा बिलों का भुगतान?
इरिपा के पदाधिकारियों की माने तो नियम अनुसार निर्माण परियोजनाओं और सुविधा सप्लाई के बिलों का 1 महीने के भीतर भुगतान किया जाता रहा है. लेकिन अब हालत ये है कि चार-पांच महीने से कोई भुगतान लगभग नहीं किया जा रहा है और आगे कब किया जाएगा. इसका रेल प्रशासन या सरकार की ओर से कोई उत्तर नहीं मिल रहा है.