नई दिल्ली/गाजियाबाद:कोरोना के कारण लागू किए गए लॉकडाउन के चलते ढाई महीने से आइसक्रीम फैक्ट्री बंद रही. इसके चलते बाजार में आइसक्रीम की डिमांड न के बराबर हो गई है.
लॉकडाउन के चलते बंद हुआ आइसक्रीम फैक्ट्री का कारोबार अब वहीं दूसरी ओर अनलॉक वन में धीरे-धीरे रोजगार पटरी पर लौटना शुरू हुआ है, लेकिन गर्मियों में आइसक्रीम का सीजन होने के बावजूद भी लोग कोरोना वायरस के डर के चलते आइसक्रीम खाने से बच रहे हैं. आखिर ऐसे में कैसे आइसक्रीम फैक्ट्री चलाने वाले मालिकों के हालात हैं. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने मुरादनगर की लक्ष्मी आइसक्रीम फैक्ट्री के मालिक से खास बातचीत की.
लॉकडाउन के कारण कारोबार ठप
ईटीवी भारत को मुरादनगर में लक्ष्मी आइसक्रीम फैक्ट्री के मालिक प्रमोद कुमार ने बताया कि लाॅकडाउन के कारण ढाई महीनों से आइसक्रीम का कारोबार बिल्कुल बंद रहा है, वहीं दूसरी ओर दिक्कत यह भी है कि वह फरवरी में आइसक्रीम फैक्ट्री के मेंटेनेंस में लागत लगाते हैं और होली के बाद उनके कारीगर आना शुरू हो जाते हैं. जिसमें उनका काम चलने की कगार पर होता है, लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण ढाई महीने से आइसक्रीम फैक्ट्री बंद रहने से उनका गर्मियों का सीजन निकल चुका है.
30 प्रतिशत रहा आइसक्रीम का काम
इसके साथ ही आइसक्रीम फैक्ट्री के मालिक ने बताया कि अब अनलॉक वन में 1 जून से उन्होंने अपनी फैक्ट्री चालू की है, लेकिन अब मानसून के आने से उनका आइसक्रीम का काम नहीं चल पाएगा और गली में जो वेंडर्स आइसक्रीम लेकर जाते हैं. वह अपने दिहाड़ी भी नहीं निकाल पा रहे हैं. इस बार उनका आइसक्रीम का कारोबार सिर्फ 30 परसेंट रह गया है.