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गाजियाबाद: परिवार को बंधक बनाकर लाखों की लूट, ताबड़तोड़ वारदातों से सहमा गाजियाबाद! - गाजियाबाद पुलिस

कविनगर थाना क्षेत्र के अवंतिका इलाके में किराना कारोबारी के घर में घुसकर बदमाशों ने हजारों की नगदी और लाखों के जेवरात लूट लिए हैं. बदमाश घर में खिड़की की ग्रिल काटकर दाखिल हुए थे. हैरत की बात ये है कि पुलिस मामले में मीडिया से जानकारी छुपा रही है.

Hostage robbed of millions in ghaziabad
बंधक बनाकर लाखों की लूट

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Published : Sep 23, 2020, 11:58 AM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में बदमाशों के हौसले काफी ज्यादा बुलंद नजर आ रहे हैं. ताजा मामला कविनगर थाना क्षेत्र के अवंतिका इलाके से सामने आया है. यहां पर किराना कारोबारी के घर में घुसकर बदमाशों ने हजारों की नगदी और लाखों के जेवरात लूट लिए हैं. बदमाश घर में खिड़की की ग्रिल काटकर दाखिल हुए थे. हैरत की बात ये है कि पुलिस मामले में मीडिया से जानकारी छुपा रही है. मौके पर पहुंचे सीओ से जब जानकारी मांगी गई, तो वो मीडिया से आंखें चुराते हुए नजर आए और बिना कुछ बोले गाड़ी में बैठ कर चले गए.

बंधक बनाकर लाखों की लूट

रेलवे लाइन के किनारे से आए बदमाश

बताया जा रहा है कि बदमाश रेलवे लाइन के किनारे से आए थे और ग्रिल काटकर दाखिल होते ही उन्होंने पूरे परिवार को बंधक बना लिया. बदमाशों की संख्या 4 से 6 के बीच हो सकती है. हालांकि पुलिस इस संख्या के बारे में अभी कुल कर कुछ नहीं कह रही है. वारदात की जानकारी मिलने के 4 घंटे बाद भी पुलिस की पूछताछ परिवार से पूरी नहीं हो पाई. परिवार भी काफी ज्यादा सहमा हुआ है. पुलिस ने परिवार को मीडिया से बात करने से मना कर दिया है. अपनी नाकामी छुपाने के लिए पुलिस अब पीड़ितों पर भी दबाव बनाने की कोशिश पर आमादा है.


क्राइम सिटी बना गाजियाबाद

गाजियाबाद में एक के बाद एक ताबड़तोड़ वारदातें हो रही है. बीते दिनों कवि नगर थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर इलाके में भी बदमाशों ने इसी तरह से घर में घुसकर लूटपाट की वारदात अंजाम दी थी. मामले में खुलासा होने के बावजूद परिवार ने सवाल उठाया था कि अब तक उनका लूटा हुआ माल बरामद नहीं हुआ है. उसी तरह की वारदात अब अवंतिका इलाके में भी अंजाम दे दी गई. यही नहीं कल इंदिरापुरम इलाके में भी किशोरी को बंधक बनाकर लूटपाट की वारदात अंजाम दी गई थी. वारदात को रोक पाने में नाकाम पुलिस अब सिर्फ तथ्यों को छुपाने की कोशिश पर जुटी हुई है.

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