नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोरोना संक्रमण की वजह से बंद हुआ हर कारोबार अब धीरे-धीरे पटरी पर आने लगा है. अनलॉक-4 लागू होने के साथ ही शादी से जुड़े बिजनेस शुरू किए जा रहे हैं. अनलॉक-4 में 20 सितंबर के बाद विवाह कार्यक्रम में अधिकतम 100 लोगों के शामिल होने की अनुमति होगी.
'कारोबार को लेकर फिर से जागीं नई उम्मीदें' इससे मैरिज होम्स और बैंक्वेट हॉल्स में काम करने वाले कर्मचारियों में नई ऊर्जा का संचार होगा. इनमें काम करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि 5 महीने से ज्यादा हो गए और मैरिज होम का काम पूरी तरह से ठप हो गया था. लेकिन 20 सितंबर के बाद अगर शादी में अधिकतम 100 लोगों के आने की अनुमति होगी, तो कारोबार को लेकर फिर से नई उम्मीदें जागेंगी.
रोजगार पर गहरा रहा था संकट
माना जा रहा है कि इस फैसले से विवाह कार्यक्रमों से जुड़े लोगों का रोजगार फिर से पटरी पर आ जाएगा. दरअसल लॉकडाउन लगने के बाद से ही मैरिज होम्स और बैंक्वेट हॉल्स में पिछले कई महीनों से सन्नाटा पसरा हुआ है. इन जगहों पर काम करने वाले अधिकतर लोगों पर रोजगार का संकट भी गहरा रहा था. अब तक शादी विवाह समारोह में सिर्फ 30 लोगों के शामिल होने की अनुमति थी. जिसके चलते मैरिज होम और बैंक्वेट हॉल की बुकिंग शून्य के बराबर हो गई थी.
फूल वालों से लेकर रोशनी की सजावट तक हुई थी फीकी
शादी में जब कोई बैंक्वेट हॉल या मैरिज होम बुक होता है तो उससे जुड़े कई वेंडर का रोजगार चलता है. जैसे फूल वाले, डीजे वाले, लाइटिंग वाले, टेंट वाले, कैटरिंग वाले, घोड़ी वाले और बैंड वालों इन सब का काम कोरोना की वजह से पूरी तरह से ठप हो गया था. हालांकि, शुरुआत में यह नहीं कहा जा सकता कि 100 लोगों के शादी में शामिल होने के आदेश के बाद सभी का रोजगार पटरी पर आ जाएगा. लेकिन धीरे-धीरे अच्छे वक्त की उम्मीद जरूर की जा सकती है.