नई दिल्ली/ग़ाज़ियाबाद : ग़ाज़ियाबाद के भोजपुर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बुद्धवार को स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया गया. स्वास्थ्य मेले का उद्घाटन बागपत के सांसद सत्यपाल सिंह मलिक ने किया. स्वास्थ्य मेले में सैकड़ों लोगों ने मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा का लाभ उठाया.
मेले में कुल 31 स्टाल लगाए गए थे. जिसमें हृदय रोग, ऑर्थो फिजीशियन, गैर संचारी रोग, नियमित टीकाकरण, कोविड टीकाकरण, कैंसर योग और वेलनेस टेलीकंसल्टेशन के साथ आभा हेल्थ आईडी दिव्यांग बोर्ड ने दिव्यांगजनों को प्रमाणपत्र वितरण किया .
फूड सेफ्टी आईसीडीएस के विशेषज्ञों ने पोषण की जानकारी दी. शिक्षा विभाग ने स्कूल चलो अभियान को लेकर जागरूक किया. गॉयनेकोलॉजिस्ट ने सभी गर्भवती महिलाओं का चेकअप किया और परामर्श दिया. एनआरएलएम ने भी लाइव हुड मिशन का स्टाल लगाकर सभी को समूह के काम की जानकारी दी.
भोजपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य मेले का आयोजन, सांसद सत्यपाल सिंह मलिक ने किया उद्घाटन
स्वास्थ्य मेले में कुल 4762 लाभार्थियों का पंजीकरण किया गया. बाल रोग के 421, 109 लोगों को टेली कंसल्टेशन, नाक कान गला रोग के 322, डेंटल के 259, हेल्थ कार्ड डिजिटल 120, आयुष्मान कार्ड 167, हेल्थ चेक-अप 1012, उपचार 2123, महिला संबंधी 1023, कोविड-19 टीकाकरण 233 लाभार्थियों का स्वास्थ्य मेले में उपचार किया गया एवं अन्य लाभार्थियों की कंसलटेंसी की गई.
भोजपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य मेले का आयोजन, सांसद सत्यपाल सिंह मलिक ने किया उद्घाटन
सांसद सत्यपाल मालिक ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश की जनता के स्वास्थ्य को लेकर बहुत ही गंभीर हैं. स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं का लाभ आम नागरिकों तक पहुंचाने के उद्देश्य से प्रदेश के सभी जनपदों में स्वास्थ्य मेलों का आयोजन किया जा रहा है, ताकि प्रदेश सरकार की संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम नागरिकों तक पहुंच सके.
भोजपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य मेले का आयोजन, सांसद सत्यपाल सिंह मलिक ने किया उद्घाटन इसे भी पढ़ें:दिल्ली को भी भाजपा बुलडोजर चलाकर यूपी बनाने की कर रही कोशिश : अनिल चौधरी
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश पर गाजियाबाद के सभी ब्लॉकों में 18 अप्रैल से 23 अप्रैल तक मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जा रहा है. स्वास्थ्य मेला कराने का उद्देश्य है कि एक ही छत के नीचे लोगों को अधिक से अधिक स्वास्थ्य सुविधाएं, जांच, उपचार और दवाएं आदि उपलब्ध हो सकें.