नई दिल्ली: हरियाणा के करनाल में शनिवार को भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी की अहम बैठक (Karnal BJP meeting) हुई. इस दौरान किसानों ने भी विरोध जताते हुए जोरदार प्रदर्शन (farmer protest) किया था. किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज (karnal farmers lathi charge) करना पड़ा. जब किसान और पुलिस आमने-सामने हुए तो पुलिस की तरफ से लाठीचार्ज किया जा रहा था. वहीं किसानों की तरफ से भी पत्थरबाजी की गई.
करनाल में हुई घटना को लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत ने ट्वीट कर कहा है, "जितना किसान का खून बहेगा, उतना किसान मजबूत होगा..!". टिकैत के मुताबिक 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में होने वाली संयुक्त किसान मोर्चे की महापंचायत से ध्यान भटकाने के लिए सरकार षड्यंत्र रच रही है.
जितना किसान का खून बहेगा, उतना ही मजबूत होगा किसान: हरियाणा में किसान लाठीचार्ज पर टिकैत
हरियाणा में किसानों पर लाठीचार्ज पर किसान नेता राकेश टिकैत ने ट्वीट कर लिखा, 'जितना किसानों का खून बहेगा, किसान उतनी ही मजबूत होगा'.
रियाणा में किसान लाठीचार्ज पर टिकैत रियाणा में किसान लाठीचार्ज पर टिकैत
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करनाल की घटना में चार किसान और 10 पुलिसकर्मी घायल हुए. घायल हुए किसानों में से एक किसान की रविवार को मौत हो गई. मृतक किसान का नाम सुशील काजल है. किसान करनाल के घरौंडा के रायपुर जट्टान गांव का रहने वाला था.